Covid-19: कोरोना वायरस का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। चीन में ओमीक्रोन के BF.7 वेरिएंट से हाहाकार मचा हुआ है। दुनिया के कई देश फिर से कोरोना की मार झेल रहे हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization -WHO) की ओर से दुनिया को आगाह किया गया है। WHO के पैंडेमिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना महामारी (Coronavirus) की नई लहर आ सकती है। अमेरिका (USA) के कई शहरों में कोविड का नया वेरिएंट XBB.1.5 बहुत तेजी से फैला है। यह 29 देशों में फैल चुका है। अब इसके अन्य देशों में भी फैलने के आसार हैं।
वहीं INSACOG ने कहा कि भारत में XBB.1.5 वेरिएंट के 5 मामले सामने आए हैं। इनमें से 3 मामले गुजरात में, एक कर्नाटक और दूसरा राजस्थान में पाया गया है। बता दें कि XBB.1.5 स्ट्रेन, Omicron XBB वेरिएंट का सब वेरिएंट है।
WHO का कहना है कि XBB.1.5 तेजी से फैल रहा है। हालांकि यह जरूरी नहीं है नए वेरिएंट की वजह से आई लहर केसेस को मौत के मामलों में बदल दे। उन्होंने कोरोना से हुई मौत के मामले बढ़े हैं। WHO के एक्सपर्ट ने चीन की तरफ से मुहैया कराए गए डेटा को भी नाकाफी बताया है। उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण और मरने वालों की संख्या पर चीन सही तस्वीर दिखाने की जरूरत है। यह अभी तक का सबसे तेजी से फैलने वाला कोरोना वायरस सब-वेरिएंट है।
जानिए क्या है XBB.1.5 वेरिएंट
हाल ही में भारत में पाए गए ओमीक्रोन के XBB.1.5 वेरिएंट को काफी खतरनाक माना जा रहा है। यह वेरिएंट चिंता का विषय इसलिए भी बना हुआ है, क्योंकि यह BQ1 वेरिएंट से 120 फीसदी तेजी से फैलता है। अमेरिका में भी कोरोना के बढ़ते मामलों के पीछे यही वेरिएंट है। इस वेरिएंट के प्रभाव को देखते हुए इससे संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई है।
पश्चिम बंगाल में 4 मरीज मिले
वहीं पश्चिम बंगाल में ओमीक्रोन के सब वेरिएंट BF.7 के मामले समाने आए हैं। 4 लोग संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी संक्रमित लोग अमेरिका से आए हैं। जीनोम सिक्वेसिंग के जरिए पता चला है। ये सभी संक्रमित मरीज 33 लोगों को संपर्क में आए हैं। आनन-फानन में संपर्क में आए सभी लोगों की जांच की गई है। इन सभी की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
भारत में बुधवार को 175 नए मामले दर्ज किए गए है। इस दौरान किसी भी कोरोना संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई है। देश भर में डेली पॉजिटिविटी रेट 0.09 फीसदी है। वहीं वीकली पॉजिटिविटी रेट 0.12 फीसदी है। देश भर में वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है।