Uttar Pradesh News : दिल्ली के पास गाजियाबाद और बागपत जिले के 77 गांवों के लिए अच्छी खबर है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) इन गांवों को अपने दायरे में लाने की योजना बना रहा है। ये 77 गांव दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) के पास स्थित हैं। ये गांव अभी ग्राम पंचायत के तहत आते हैं, लेकिन अब इनका विकास जीडीए की योजना के तहत किया जाएगा।
एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली है। अधिकारियों ने इन गांवों की सूची तैयार कर जीडीए वीसी को सौंप दी है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने दो स्पीडवे के 500 मीटर के भीतर स्थित 77 गांवों को अपने दायरे में लाने की योजना बनाई है। इनमें से 31 गांव बागपत की केखरा तहसील में और बाकी गाजियाबाद के लोनी और मोदीनगर में हैं, जो वर्तमान में ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आते हैं।
2011-12 में पहली बार इन गांवों को विकास प्राधिकरण में शामिल करने का प्रस्ताव रखा गया था। वहीं 2018 में जीडीए को इस प्रस्ताव को पास करने के लिए कहा गया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। अब फिर से जीडीए से कहा गया है कि इसे जल्द पास किया जाए। इन इलाकों में बिना सरकारी मंजूरी के इमारतें और मकान बनाए जा रहे हैं। इससे बेतरतीब और अनियोजित विकास हो रहा है, जो भविष्य में समस्याएं खड़ी कर सकता है। इसीलिए GDA इन गांवों को अपने अधीन लेकर बेहतर प्लानिंग के साथ विकास करना चाहता है।
अगर प्रस्ताव पास हो जाता है, तो इन गांवों का विकास बेहतर तरीके से होगा। सड़कें, पानी, बिजली और अन्य सुविधाएं ठीक तरह से मिलेंगी और बिना योजना के हो रहे निर्माणों पर रोक लगाई जा सकेगी।