मिनिस्ट्री ऑफ सांख्यकी और कार्यक्रम कार्यान्वन मंत्रालय के मुताबिक बेस इफेक्ट और 9.2 फीसदी के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान के चलते वित्त वर्ष 2022 में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 10.7 फीसदी की डबल डिजिट ग्रोथ देखने को मिल सकती है। बता दें कि पिछले साल इस सेक्टर में 8.6 फीसदी का संकुचन देखने को मिला था। मिनिस्ट्री का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष में कोरोना वायरस के नए संक्रमण से जुड़ी चिंताओं के बीच जीडीपी ग्रोथ 9.2 फीसदी रह सकती है।
NSO द्वारा दिए गए अपने पहले एडवांस अनुमान में कहा गया है कि अप्रैल 2021 से मार्च 2022 के वित्त वर्ष 2021-22 जीडीपी ग्रोथ रेट 9.2 फीसदी रह सकती है। बता दें कि पिछले महीने आरबीआई ने देश की जीडीपी ग्रोथ चालू वित्त वर्ष में 9.5 फीसदी पर रहने का अनुमान किया था।
मंत्रालय ने अनुमान व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर बढ़े फोकस और रेसीडेंसियल और कमर्शियल सेगमेंट की डिमांड में रिकवरी को देखते हुए वित्त वर्ष 2022 में कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ दर 10.7 फीसदी रहने का अनुमान किया गया है।
Research & REIS, JLL India के Samantak Das के मुताबिक लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग और डेटा सेंटर जैसे दूसरे कंस्ट्रक्शन सेक्टर से जुड़े सेक्टरों से भी आगे डिमांड को पुश मिलने की उम्मीद है। इस अनुमान में आगे कहा गया है कि फाइनेंशियल, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेज सेगमेंट में भी वित्त वर्ष 2022 में 4 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद है जबकि पिछले साल इनमें 1.5 फीसदी का संकुचन देखने को मिला था।
Anarock Group के अनुज पुरी का कहना है कि सांख्यकी मंत्रालय द्वारा जारी किया गया 9.2 फीसदी का जीडीपी ग्रोथ अनुमान उम्मीदें पैदा करता है। कोरोना महामारी से जुड़ी चुनौतियों के बढ़ने के साथ ही यह राहत देने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि हालांकि कल आया जीडीपी का अनुमान आरबीआई के अनुमान के मुकाबले थोड़ा कम है फिर भी यह वित्त वर्ष 2021 के 7.3 फीसदी के संकुचन की तुलना में बहुत अच्छा है।
उन्होंने आगे कहा कि जीडीपी में कंस्ट्रक्शन सेक्टर का अनुमान काफी अहम होता है। आगे कंस्ट्रक्शन गतिविधियों में तेजी और बड़े आकार के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के शुरु होने से जीडीपी में और ग्रोथ देखने को मिलेगी।