Nirmala Sitharaman : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चालू वित्त वर्ष में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीद जाहिर करते हुए कहा कि दूसरे देशों की तुलना में भारत मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। साथ ही ऐसे तबकों की मदद के लिए तुरंत हाथ बढ़ाया जाता है, जिन्हें इनकी जरूरत है।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि देश के मंदी में फंसने की संभावनाएं जीरो फीसदी है।
वर्ष के लिए डबल डिजिट जीडीपी ग्रोथ की संभावनाओं से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, “मुझे ऐसी उम्मीद है। हम इसके लिए काम करेंगे। इसलिए, यदि आप मंदी की कगार पर नहीं हैं तो इससे जरूरतमंदों की मदद के लिए हाथ बढ़ाने को लेकर आत्म विश्वास मिलता है।”
कुछ दिन पहले जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है।
दूसरे देशों से ज्यादा बेहतर स्थिति में
सीतारमण ने कहा, कुछ लोग तर्क दे सकते हैं कि हाई ग्रोथ रेट की वजह लो बेस है। उन्होंने कहा, “हम दूसरी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बात कर रहे हैं। हम खासी अच्छी स्थिति में हैं। हम दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था हैं।”
वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ की रिपोर्ट्स का उल्लेख करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, वह उन फैक्ट्स पर भी विचार कर रही हैं कि भारत की तुलना में ज्यादा विकसित अर्थव्यवस्था वाले देश मंदी की कगार पर पहुंच गए हैं।
फ्रीबीज पर होनी चाहिए बहस
फ्रीबीज यानी मुफ्त वाली स्कीम्स से जुड़े एक सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मुद्दे से जुड़ी बहस पर हर किसी को भाग लेना चाहिए। सीतारमण ने कहा, हमें इस चर्चा में पार्टी बनना चाहिए क्योंकि यदि आप किसी को कुछ मुफ्त में दे रहे हैं तो कोई तो इसके लिए भुगतान कर रहा है।