एशिया-प्रशांत क्षेत्र में इकोनॉमिक ग्रोथ साल 2024 में मजबूत बनी रहेगी। इस दौरान भारत समेत कई उभरते मार्केट्स में ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP) में करीब पांच फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है। फिच रेटिंग्स ने आज बुधवार को यह अनुमान जताया है। रेटिंग एजेंसी ने 'APAC क्रॉस-सेक्टर आउटलुक 2024' नाम की अपनी रिपोर्ट जारी की है। इसमें कहा गया है कि भारत और इंडोनेशिया समेत समग्र एशिया-प्रशांत (APAC) के उभरते बाजारों में बैंकिंग सेक्टर के लिए आउटलुक साल 2024 में सुधार की तरफ बढ़ रहा है।
फिच की रिपोर्ट में क्या है?
फिच ने कहा, "एशिया प्रशांत क्षेत्र में इकोनॉमिक ग्रोथ आम तौर पर 2024 में मजबूत रहेगी जो पूरे क्षेत्र के नजरिये को समर्थन देगी। उम्मीद है कि भारत, इंडोनेशिया, फिलीपीन और वियतनाम में रियल जीडीपी में 5 फीसदी या उससे अधिक की बढ़ोतरी होगी।" इसके साथ ही रेटिंग एजेंसी ने चीन का प्रदर्शन ज्यादातर देशों के स्टैंडर्ड से मजबूत रहने का अनुमान जताया है।
वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली दो तिमाहियों में भी यह 7.8 फीसदी और 7.6 फीसदी रही है। फिच ने हाल ही में कहा था कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ रेट 6.9 फीसदी रहेगी और वह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में होगा।
फिच रेटिंग्स के सीनियर डायरेक्टर का बयान
फिच रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक डंकन इनेस-केर ने कहा, "खासकर एशिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में मजबूत क्षेत्रीय आर्थिक वृद्धि को चीन में धीमी ग्रोथ, कमजोर ग्लोबल डिमांड और हाई इंटरेस्ट रेट्स से होने वाली बाधाओं को दूर करना चाहिए। इससे 2024 में APAC में सभी क्षेत्रों के प्रदर्शन का समर्थन करने में मदद मिलेगी।"