RBI Monetary Policy:FY22के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 9.5% पर कायम, रिटेल महंगाई लक्ष्य भी 5.3% पर बरकरार

आरबीआई गर्वनर ने यह भी कहा कि OMO (ओपन मार्केट ऑपरेशन ) के जरिए लिक्विडिटी घटाई जाएगी। जनवरी 2022 के बाद लिक्विडिटी घटाने की कोशिश होगी।

अपडेटेड Dec 08, 2021 पर 10:51 AM
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आरबीआई गर्वनर ने यह भी कहा कि OMO (ओपन मार्केट ऑपरेशन ) के जरिए लिक्विडिटी घटाई जाएगी। जनवरी 2022 के बाद लिक्विडिटी घटाने की कोशिश होगी।

RBI Monetary Policy:आरबीआई ने आज अपनी पॉलिसी दरें घोषित कर दी है। आरबीआई की तरफ से दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आरबीआई ने रेपो रेट 4 फीसदी पर कायम रखा है। वहीं MPC का रुख ACCOMMODATIVE बना हुआ है। आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर बरकरार रखी है। MPC के 6 में से 5 सदस्य ACCOMMODATIVE रुख के पक्षधर थे। आरबीआई आज की पॉलिसी में MSF रेट भी 4.25% पर बरकरार रखा है। आज की पॉलिसी पर अपनी बात रखते हुए आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा है कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई है। इकोनॉमी में धीरे-धीरे रिकवरी आ रही है। फ्यूल एक्साइज घटाने से कंजम्प्शन को सपोर्ट मिला है। जिससे कंजम्प्शन डिमांड में सुधार हो रहा है। ये इकोनॉमी के लिए अच्छा संकेत है।

शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि FY22 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 9.5% पर कायम रखा गया है। वहीं तीसरी तिमाही के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.8% से घटाकर 6.6% किया गया है जबकि चौथी तिमाही के लिए Q4 GDP ग्रोथ अनुमान 6.1% से घटाकर 6% किया गया है।

वहीं FY22 में रिटेल महंगाई का लक्ष्य 5.3% पर कायम रखा गया है जबकि तीसरी तिमाही के लिए रिटेल महंगाई का लक्ष्य 4.5% से बढ़ाकर 5.1% कर दिया गया है। वहीं चौथी तिमाही के लिए रिटेल महंगाई अनुमान 5.8% से घटाकर 5.7% किया गया है।


शक्तिकांत दास ने बताया कि FY23 के पहली तिमाही के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 17.2% बरकरार रखा गया है जबकि FY23 के दूसरी तिमाही के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 7.8% पर रखा गया है। वहीं FY23 का पहली तिमाही का रिटेल महंगाई अनुमान घटाकर 5% किया गया है।

RBI Monetary Policy Live Updates: पॉलिस रेट में कोई बदलाव नहीं, रेपो रेट पहले की तरह 4% पर बरकरार

आरबीआई गर्वनर ने यह भी कहा कि OMO (ओपन मार्केट ऑपरेशन ) के जरिए लिक्विडिटी घटाई जाएगी। जनवरी 2022 के बाद लिक्विडिटी घटाने की कोशिश होगी। जनवरी 2022 से Liquidity Adjustment की योजना पर काम शुरु हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि Rev Repo Auctio के जरिए Liquidity Adjustment किया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि गिल्ट्स और IPO के लिए UPI का दायरा बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि गिल्ट्स और IPO के लिए UPI लिमिट 5 लाख तक की जाएगी। इसके साथ ही फोन पर आधारित यूनिफाइड पेमेंट्स लॉन्च करने की भी योजना है।

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First Published: Dec 08, 2021 10:50 AM

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