केंद्र सरकार ने देश में निकाली जाने वाले कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स (Windfall Tax) को बढ़ा दिया है और डीजल के निर्यात पर टैक्स की दरों को घटा दिया है। विंडफॉल टैक्स कंपनियों के मुनाफे पर सरचार्ज टैक्स है जो अचानक अप्रत्याशित लाभ यानी उम्मीद के विपरीत प्रॉफिट से प्राप्त होता है। सरकार की तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक अब ओएनजीसी (ONGC) जैसी सरकारी तेल कंपनियों को प्रति टन 9500 रुपये की बजाय 10200 रुपये का विंडफॉल टैक्स चुकाना होगा। यह फैसला आज 17 नवंबर से प्रभावी हो गया है। वहीं दूसरी तरफ डीजल के एक्सपोर्ट पर ड्यूटी को 13 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 10.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इसमें 1.5 रुपये प्रति लीटर रोड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस भी शामिल है। वहीं हवाई ईंधन एटीएफ के निर्यात पर टैक्स में कोई बदलाव नहीं किया है। एक नवंबर को रिव्यू के दौरान इसे 5 रुपये प्रति लीटर पर फिक्स किया गया था और अभी भी यही दर है।