Windfall Tax : भारत सरकार ने पेट्रोलियम, क्रूड ऑयल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (aviation turbine fuel) पर विंडफाल टैक्स बढ़ा दिया है। सरकार ने 2 जनवरी को एक आदेश जारी करके यह जानकारी दी है। इसके तहत, क्रूड ऑयल (crude oil) पर विंडफाल टैक्स बढ़ाकर 2,100 रुपये (25.38 डॉलर) प्रति टन कर दिया गया है, जो पहले 1,700 रुपये था। इसके साथ ही डीजल पर एक्सपोर्ट टैक्स (export tax on diesel) 5 रुपये से बढ़ाकर 7.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं एटीएफ (ATF) पर विंडफाल टैक्स 1.5 रुपये से बढ़ाकर 4.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। यह आदेश मंगलवार से प्रभावी हो गया है।
भारत दुनिया में तेल का सबसे बड़ा कंज्यूमर और आयातक है। हाल के दौर में भारत पश्चिमी देशों की तरफ लगाई 60 डॉलर की प्राइस कैप के नीचे ही रूस से क्रूड बैरल (Russian crude barrels) खरीद रहा है।
जुलाई में सबसे पहले लगाया था विंडफाल टैक्स
भारत ने सबसे पहले 1 जुलाई को विंडफाल प्रॉफिट टैक्स लगाया था। इससे पहले कई अन्य देश एनर्जी कंपनियों को हो रहे सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर टैक्स लगा चुके थे। उस समय पेट्रोल और एटीएफ दोनों पर 6 रुपये प्रति लीटर (12 डॉलर प्रति बैरल) और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर (26 डॉलर प्रति बैरल) एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा, घरेलू क्रूड पर 23,250 रुपये प्रति टन का विंडफाल प्रॉफिट टैक्स लगाया गया था।
सरकार विंडफाल टैक्स के लागू होने के बाद से लगभग हर दो सप्ताह में इसमें संशोधन कर रही है।
16 दिसंबर को कितना घटाया था टैक्स
इससे पहले, सरकार ने शुक्रवार, 16 दिसंबर को घरेलू स्तर पर निकाले जाने वाले क्रूड ऑयल पर विंडफाल टैक्स घटा दिया था और साथ ही, डीजल पर लेवी में भी कमी कर दी है। उस समय, सरकार के स्वामित्व वाली ओएनजीसी (ONGC) जैसी क्रूड ऑयल उत्पादक कंपनियों पर लगने वाला टैक्स 4,900 रुपये प्रति टन से घटकर 1,700 रुपये प्रति टन कर दिया गया था। हर पखवाड़े में एक बार विंडफाल प्रॉफिट टैक्स (windfall profit tax) में होने वाले संशोधन के तहत, सरकार ने डीजल के एक्सपोर्ट पर टैक्स 8 रुपये से घटाकर 5 रुपये प्रति लीटर कर दिया था। इस लेवी में 1.5 रुपये प्रति लीटर के रूप में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर सेस (road infrastructure cess) भी शामिल है।