कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (KEA) ने KCET 2025 परीक्षा से जुड़ी अहम दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिन उम्मीदवारों ने कर्नाटक कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन किया है वे दिशा-निर्देश के मुताबिक अपने डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन करवा सकते हैं। छात्र KEA की आधिकारिक वेबसाइट kea.kar.nic.in पर जाकर नोटिस देख सकते हैं।
बता दें KCET 2025 की परीक्षा 16 और 17 अप्रैल को दो शिफ्ट में आयोजित की जाएगी। पहली शिफ्ट सुबह 10:30 से 11:50 तक और दूसरी दोपहर 2:30 से 3:50 तक होगी। KCET 2025 के लिए रजिस्ट्रेशन 23 जनवरी से शुरू हुआ था और 18 फरवरी को खत्म होगा। एडमिट कार्ड 25 मार्च 2025 से डाउनलोड किए जा सकते हैं।
क्लॉज कोड 'A' के छात्रों को क्या करना होगा
जो छात्र क्लॉज कोड 'A' के तहत आते हैं लेकिन कन्नड़ माध्यम, ग्रामीण या धार्मिक/भाषाई अल्पसंख्यक आरक्षण के तहत पहली से 10वीं तक नहीं पढ़े हैं, उनके 7 साल की पढ़ाई का वेरिफिकेशन SATS से हो चुका है। ऐसे छात्रों को वेरिफिकेशन प्रमाण पत्र मिलेगा और उन्हें किसी कॉलेज में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए जाने की जरूरत नहीं होगी। उनका आवेदन मान्य माना जाएगा।
जो छात्र क्लॉज कोड "A" के तहत आते हैं और पहली से 10वीं तक 10 साल पढ़े हैं, साथ ही कन्नड़ माध्यम, ग्रामीण, धार्मिक या भाषाई आरक्षण लिया है, उन्हें ‘दावा वेरिफिकेशन ’, ‘दावा वेरिफिकेशन नहीं’ या ‘दावा नहीं किया गया’ वाला प्रमाण पत्र मिलेगा। ऐसे छात्रों को अपने सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स (KEA वेबसाइट पर दिए गए प्रारूप के अनुसार) और उनकी एक फोटोकॉपी के साथ अपनी PUC/12वीं कक्षा के कॉलेज या नजदीकी सरकारी पीयू कॉलेज के प्रिंसिपल से मिलकर वेरिफिकेशन करवाना होगा।
बाकी के क्लॉज वालों को क्या करना होगा
जो छात्र क्लॉज कोड 'A' के अलावा 'B', 'C', 'D', 'I', 'J', 'K', 'L', 'M', 'N' के तहत आते हैं, उनके दस्तावेज सत्यापन की तारीख और समय KEA की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जाएगा।। जो छात्र क्लॉज कोड 'E', 'F', 'G', 'H', 'O' के तहत आते हैं, उन्हें अपने शैक्षणिक दस्तावेज अपने 12वीं कक्षा या पीयूसी कॉलेज में वेरिफिकेशन करवाना होगा। लेकिन रक्षा, पूर्व रक्षा, सीएपीएफ और पूर्व सीएपीएफ से जुड़े डॉक्यूमेंट बाद में KEA में जमा करने होंगे।
छात्र अपने प्रमाण पत्रों की वैधता जांच कर लें
371(j), जाति और आय-जाति प्रमाण पत्र के RD नंबर का सत्यापन ऑनलाइन हो रहा है। इसलिए छात्र अपने प्रमाण पत्रों की वैधता जरूर जांच लें और आवेदन में सही RD नंबर दर्ज करें। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद कॉलेज के प्रिंसिपल "ओके" पर क्लिक करेंगे। अगर कोई फर्जी डॉक्यूमेंट मिलता है या जालसाजी होती है, तो KEA ऐसे छात्रों को काउंसलिंग से बाहर कर देगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। ज्यादा जानकारी के लिए छात्रों को KEA की आधिकारिक वेबसाइट देखने की सलाह दी गई है।