केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने NEET-UG पेपर लीक मामले में शुक्रवार को झारखंड के हजारीबाग में एक स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) की तरफ से 5 मई को कराए गए मेडिकल एंट्रेस टेस्ट नीट-यूजी के लिए हजारीबाग का सिटी कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। उन्होंने बताया कि वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को NTA का पर्यवेक्षक और ओएसिस स्कूल का सेंटर कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया था।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि CBI पेपर लीक मामले के सिलसिले में जिले के पांच और लोगों से भी पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने गहन पूछताछ के बाद हक और आलम को गिरफ्तार कर लिया।
CBI ने NEET-UG पेपर लीक मामले में छह FIR दर्ज की हैं।
गेस्ट हाउस में चल रही थी पूछताछ
कथित तौर पर उन्हें चरही के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया, जहां प्रिंसिपल और कई दूसरे व्यक्तियों से बुधवार, 26 जून की देर शाम तक पूछताछ की गई।
26 जून को आठ सदस्यों की टीम ने जांच में शामिल स्कूल में छानबीन भी की। इसके अलावा, इस टीम के कुछ सदस्यों ने जिले में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की मेन ब्रांच में भी पूछताछ की।
CBI की टीम बैंक में उन रिपोर्ट के आधार पर पहुंची थी, जिसमें ऐसा शक था कि बैंक मैनेजर प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार था।
बिहार EOU ने भी स्कूल में की छानबीन
इससे पहले 23 जून को, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की तीन सदस्यों की जांच टीम भी ओएसिस स्कूल पहुंची थी, जिसमें परीक्षा के प्रशासन और प्रश्न पत्र बक्से पर डिजिटल लॉक को अनलॉक करने में शामिल प्रक्रियाओं पर फोकस किया गया था।
ये टीम 21 जून को मेडिकल प्रवेश परीक्षा में संदिग्ध गड़बड़ियों से जुड़े झारखंड के देवघर जिले से छह व्यक्तियों की हिरासत के बाद वहां पहुंची थी।