UPSC की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए बेहद अहम हैं ये जानकारियां, एग्जाम देने से पहले जान लें
UPSC: यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। हाल ही में हुए कुछ बड़े घटनाक्रम जैसे आधार और वोटर आईडी की लिंकिंग, CAR-T सेल थेरेपी और स्मार्ट सिटी मिशन यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए काफी जरूरी हैं। आईए जानते हैं इनके बारे में
यूपीएससी का एग्जाम देने वाले सभी छात्रों को हर विषय पर अच्छी जानकारी होनी चाहिए
संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी (UPSC) एग्जाम देश के सबसे कठिन परीक्षा में से एक माना जाता है। इस एग्जाम को पास करना उम्मीदवारों के लिए किसी सपने से कम नहीं होता है। अगर आप यूपीएससी मेंन परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। यूपीएससी का एग्जाम देने वाले सभी छात्रों को हर विषय पर अच्छी जानकारी होनी चाहिए। ऐसे में हम आपको हाल ही में हुआ कुछ बड़े घटनाक्रम के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको एग्जाम में मदद कर सकता है।
आधार और मतदाता पहचान पत्र (EPIC) की लिंकिंग, CAR-T सेल थेरेपी और स्मार्ट सिटी मिशन यूपीएससी परीक्षा के लिए काफी जरूरी है। आइए जानते हैं इसके बारे में
आधार और मतदाता पहचान पत्र क्या है?
चुनाव आयोग अगले हफ्ते गृह मंत्रालय, कानून मंत्रालय और यूआईडीएआई के अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। इस बैठक में वोटर आईडी को आधार से जोड़ने के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। यह जानकारी चुनाव आयोग के सूत्रों ने दी। बता दें वोटर आईडी को आधार को जोड़ने की योजना पर चर्चा कई सालों से चल रही है। इस योजना का मकसद फर्जी वोटिंग रोकना और चुनाव प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाना है। वहीं इस पर कुछ लोगों का कहना है कि वोटर आईडी को आधार से जोड़ने से प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा पर खतरा हो सकता है।
क्या है CAR-T सेल थेरेपी
भारत में अब कैंसर के इलाज के लिए CAR T-Cell Therapy शुरू की गई। अब इस थेरेपी को लेकर एक स्टडी सामने आई है। द लैंसेट में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, भारत की पहली CAR T-सेल थेरेपी के क्लिनिकल ट्रायल में यह लगभग 73% मरीजों पर असरदार पाई गई। ये नतीजे थेरेपी के पहले और दूसरे चरण के परीक्षणों से मिले हैं, जहां इसकी सुरक्षा और प्रभावशीलता जांची गई। भारत के औषधि नियामक ने 2023 में इस थेरेपी को मंजूरी दी थी और अब यह देश के कई अस्पतालों में उपलब्ध है।
इस थेरेपी में मरीज के खून से T-कोशिकाएं निकाली जाती हैं और उन्हें लैब में खास तरीके से बदला जाता है ताकि वे कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर नष्ट कर सकें। इसके बाद इन्हें मरीज के शरीर में वापस डाल दिया जाता है। आमतौर पर, कैंसर कोशिकाएं असंशोधित T-कोशिकाओं से बच निकलती हैं, लेकिन यह थेरेपी उन्हें सीधे निशाना बनाती है। भारत में यह इलाज खासतौर पर दो प्रकार के रक्त कैंसर—तीव्र लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया और बड़े बी सेल लिम्फोमा—के मरीजों के लिए तैयार किया गया है।
स्मार्ट सिटी मिशन क्या है
केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई स्मार्ट सिटी मिशन योजना जून 2015 में शुरू किया गया था। इस योजना का मकसद 100 शहरों को विकसित करना है। इस योजना का उद्देश्य बेहतर बुनियादी सुविधाएं और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके लोगों को अच्छी लाइफ देना है। स्मार्ट सिटी का मतलब ऐसा शहर है जहां साफ-सफाई, अच्छी सड़कें, 24 घंटे बिजली-पानी, तेज इंटरनेट, बेहतर ट्रांसपोर्ट और सुरक्षा जैसी सुविधाएं आसानी से मिलें।