साइंस की पढ़ाई करना चाहती थी खुशबू, घर वालों के दबाव में आर्ट में लिया एडमिशन, शिक्षा मंत्री तक पहुंची बात, तो हुआ ये एक्शन
Bihar Viral Video: एक वायरल वीडियो में, खुशबू को यह बताते हुए देखा गया कि कैसे उसने अपने माता-पिता की शर्त मानने के बाद साइंस की पढ़ाई करने का अपना सपना छोड़ दिया। यह वीडियो तुरंत वायरल हो गया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें अच्छे कॉलेज में दाखिला दिलाने में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया
साइंस की पढ़ाई करना चाहती थी खुशबू, घर वालों के दबाव में आर्ट में लिया एडमिशन
बिहार के दानापुर की छात्रा खुशबू कुमारी को डॉक्टर बनने की नई उम्मीद तब मिली, जब लैंगिक भेदभाव को लेकर रोते हुए उसका एक वीडियो वायरल हुआ और केंद्र सरकार का ध्यान उस पर गया। एक वायरल वीडियो में, खुशबू को यह बताते हुए देखा गया कि कैसे उसने अपने माता-पिता की शर्त मानने के बाद साइंस की पढ़ाई करने का अपना सपना छोड़ दिया।
अपने घर में लैंगिक भेदभाव के बारे में बात करते हुए कुमारी ने वीडियो में कहा, "आज भी मेरे घर में मेरे और मेरे भाई के बीच बहुत अंतर है। भाइयों को पढ़ाई की पूरी आजादी है, लेकिन बहनों को नहीं। हमें पढ़ाई के लिए फोन भी नहीं दिया जाता है। मेरी मां ने कहा कि अगर तुम 400 से ज्यादा अंक लाओगी तो तुम साइंस स्ट्रीम ले सकती हो, वरना नहीं। मेरे 399 अंक आए।"
छात्रा ने आगे कहा, "यही कारण है कि आज मैं आर्ट्स की पढ़ाई कर रही हूं", और इतना कहने के बाद वह रो पड़ी।
उसके माता-पिता ने भी यह शर्त रखी थी कि वे 11वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम में उसकी पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकते थे।
लड़की के पिता उपेंद्र राय ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया, "आर्थिक तंगी के कारण हमने उसे आर्ट स्ट्रीम में दाखिला दिलाया। अगर हमने विज्ञान स्ट्रीम चुना होता, तो हमें ज्यादा पैसे की जरूरत होती।"
यह वीडियो तुरंत वायरल हो गया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उन्हें अच्छे कॉलेज में दाखिला दिलाने में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
पटना के जिला मजिस्ट्रेट ने वीडियो कॉल के जरिए खुशबू की बाद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से कराई। उन्होंने उसे अच्छी तरह से पढ़ाई करने और अपने माता-पिता के प्रति कोई दुर्भावना नहीं रखने को कहा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "चिंता मत करो, मेरे बच्चे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आपकी पढ़ाई की व्यवस्था करेंगे। आप अच्छे से पढ़ाई करो और कृपया अपने माता-पिता के खिलाफ मन में कुछ मत रखो। उन्होंने अपनी पूरी क्षमता से तुम्हारी मदद करने की कोशिश की।"
इस पर बच्ची ने इच्छा जताई कि वह किसी भी ऐसे कॉलेज में पढ़ने को तैयार है, जहां साइंस की अच्छी एजुकेशन मिलती हो।
पटना के जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह के अनुसार, प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि लड़की को 2025-27 एकेडमिक सेशन में जीवविज्ञान विषय के साथ कक्षा 11 में प्रवेश मिले। उन्होंने कहा, "इसके लिए अधिकारियों को लगाया गया है।"