Phone Bhoot Movie Review: कैटरीना कैफ (Katrina Kaif), सिद्धांत चतुर्वेदी (Siddhant Chaturvedi) और ईशान खट्टर (Ishaan Khatter) की हॉरर-कॉमेडी 'फोन भूत (Phone Bhoot)' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म के ट्रेलर रिलीज के साथ ही सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही थी। फैंस इस तिकड़ी को देखने लिए बेताब है। कैटरीना ने पहली बार किसी हॉरर जॉनर में हाथ आजमाया है। अगर आप भी इस वीकेंड 'फोन भूत' देखने का मूड बना रहे हैं तो पहले यहां पढ़े लें इस फिल्म का रिव्यू...
पिछले कुछ समय में बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए हॉरर-कॉमेडी एक तुरुप का इक्का साबित हुआ है। राजकुमार राव की 'स्त्री (Stree)' जहां आधिकारिक हॉरर कॉमेडी के रूप में पहली सक्सेसफुल फिल्म रही। वहीं, पोस्ट कोरोना 'भूल भूलैया 2 (Bhool Bhulaiyaa 2)' ने भी इस जॉनर में बॉक्स ऑफिस के कई रिकॉर्ड्स तोड़े थे। अब इसी जॉनर में गुरमीत सिंह (Gurmmeet Singh) के डायरेक्शन तले बनी यह 'फोन भूत' रिलीज हुई है।
फिल्म की कहानी मुंबई के दो लड़के मेजर (सिद्धांत चतुर्वेदी) और गुल्लू (ईशान खट्टर) की है। दोनों शुरू से ही भूत-प्रेत से काफी प्रभावित हैं। नए जमाने के ये युवा अपनी लाइफ में हमेशा ऐसा ही कुछ भूतिया करना चाहते हैं। हालांकि, दोनों के ही पिता उनकी इस जुनूनियत से परेशान हैं। ऐसे में एक पार्टी के दौरान कुछ ऐसा होता है जिसके बाद से इन दोनों को आत्माएं दिखनी लगती हैं। इसी बीच, दोनों का सामना होता है रागिनी (कैटरीना कैफ) से, जो कि एक भूतनी है। पिछले एक दशक में भूतों के प्रति डेडिकेशन की वजह से मेजर-गुल्लू को यह पावर मिलता है कि वे भूत एवं आत्माओं से बात कर सकते हैं। रागिनी एक दिन मेजर-गुल्लू के पास फोन भूत का एक प्रपोजल लेकर आती है।
वह उन्हें लोगों के घर से भूत भगाने और आत्माओं को मोक्ष दिलाने की बात रखती है। मेजर और गुल्लू इस प्रपोजल के लिए तैयार हो जाते हैं। असली कहानी यहीं से शुरू होती है। रागिनी दोनों के साथ मिलकर भूतों का नया बिजनेस शुरू करती है, जिससे आत्माओं को मुक्ति मिलती है। दूसरी ओर लोगों को भूत-प्रेत से छुटकारा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच रागिनी का फ्लैशबैक बताया जाता है कि कैसे उसकी मौत हुई और क्यों वो मेजर और गुल्लू के साथ ये काम कर रही है। फिल्म में विलेन आत्माराम के किरदार में जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) हैं। अब गुल्लू, मेजर और रागिनी मिलकर आत्माराम को हरा पाते हैं या नहीं... इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
डराती कम, हंसाती ज्यादा है फिल्म
फिल्म आपको डराती कम हंसाती ज्यादा है...। एक यूजर ने लिखा है कि Phone Bhoot का पहला हाफ खत्म हुआ है और ऑडियंस हंसते-हंसते फ्लोर पर है। कैटरीना का स्लाइस एड रेफरेंस और ऐसे ही कई क्रेजी पलों ने सभी को दीवाना कर दिया है। इंटरवल पर दर्शक दीवाने हो गए। फिल्म शुरू होने के 10 मिनट के अंदर ही माहौल बांध देती है। लोगों को हंसाना शुरू कर देती है। शुरुआत में ही कुछ काफी फनी डायलॉग्स हैं, जो आपको हंसने पर मजबूर कर देगी। फिल्म में कैटरीना ने शानदार अभिनय किया है। लेकिन ईशान और सिद्धांत फैंस का दिल जीतने में नाकाम रहे।
फिल्म को जबरन खींचा नहीं गया है, जो एक अच्छी बात है। फिल्म जल्द ही ट्रैक पर आ जाती है, यानी कैटरीना की एंट्री हो जाती है। फिल्म में 'गुल्लू स्पेशल' की रेसिपी भी सोचने में काफी बुरी लेकिन फिल्म में देखने में काफी मजेदार लगती है। इन सब चीजों के साथ ही साथ फिल्म का वॉयसओवर काफी बेहतरीन है। खास तौर पर इंटरवेल वाला, जिसे सुनकर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे।
वहीं, रागिनी की लव स्टोरी पर गुल्लू का रिएक्शन भी बहुत क्यूट है, जो आपको पसंद आएगा। खासकर बॉलीवुड टच इसे स्पेशल बनाते हैं। कई पुरानी फिल्मों और मशहूर नामों के रेफरेंस, पॉप्युलर ऐड्स, रजनीकांत स्टाइल, चिकनी चुड़ैल, राका जैसे शब्द फिल्म की कॉमिक टाइमिंग को और मजबूत करते हैं। 2 घंटे 11 मिनट की यह फिल्म आपको बोर नहीं होने देगी।