Apple भारत में अपने घरेलू कम्पोनेन्ट मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए एक ठोस योजना पर काम कर रही है। वित्त मंत्रालय के एक बड़े अधिकारी ने बताया है कि आईफोन बनाने वाली कंपनी Apple ने वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक में इस पर अपना विवरण साझा किया है। इस अधिकारी ने ये भी बताया कि इस बारे में जुलाई में एक बैठक हुई थी जिसमें Apple ने एक प्रेजेंटेशन दिया था। Apple चाहती थी कि सरकार को उसकी योजनाओं के बारे में पता चले। Apple अपने घरेलू कम्पोनेन्ट बेस को बढ़ाना चाहती है। कंपनी इस पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। जुलाई में हुए बैठक में सप्लाई चेन को बेहतर बनाने और ज्यादा से ज्यादा स्वदेशीकरण करने पर फोकस किया गया था। इसके अलावा इस बैठक में स्मार्टफोन मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री की अब तक की ग्रोथ की भी समीक्षा की गई। इस अधिकारी ने ये भी कहा कि फिलहाल सरकार अभी ने स्मार्टफोन मैन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लिए किसी भी टैक्स इन्सेंटिव की मांग को स्वीकार नहीं किया है।
इस अधिकारी ने आगे बताया कि जुलाई में, Apple के वरिष्ठ अधिकारियों ने वित्त मंत्रालय के बड़े अधिकारियों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में उन्होंने अपने वर्तमान मैन्यूफैक्चरिंग, सप्लाई चेन, एक्सपोर्ट और भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में कंपनी की भागीदारी पर एक प्रेजेंटेशन दिया था। हालांकि इस रिपोर्ट के प्रकाशित होने तक Apple ने इस खबर की पुष्टि के बारे में किए गए मेल का कोई जवाब नहीं दिया है।
यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब एप्पल अपनी उत्पादन गतिविधियों चीन के आलावा दूसरे इलाकों और देशों में डाइवर्सीफाई करने पर फोकस कर रहा है। एप्पल इस समय भारत को अपनी उत्पादन गतिविधियों का केंद्र बनाने पर फोकस कर रहा है। बताते चले कि चीन में एप्पल की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिटें हैं। लेकिन कोविड -19, रूस-यूक्रेन वॉर और चीन-ताइवान तनाव के बीच बदलती जियोपोलिटिकल स्थिति में एप्पल के लिए चीन से निकल कर दूसरे किसी देश में अपनी उत्पादन गतिविधियां शुरू करना जरूरी बना दिया है। ऐसे में भारत ही एप्पल के लिए सबसे बेहतर विकल्प है।
कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरर्स पर निर्भर कम करने पर फोकस
एप्पल अब तक iPhone के उत्पादन के लिए फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन जैसे कॉन्ट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरर्स पर निर्भर रही है। इसके अलावा कंपनी आईफोन के कम्पोनेन्ट मैन्यूफैक्चरिंग के लिए फॉक्सलिंक, फ्लेक्स, सैलकॉम्प, एवरी, सनवोडा और जेबिल जैसी कंपनियों पर निर्भर रही है जो आईफ़ोन के उत्पादन में कम्पोनेन्ट की सप्लाई करके मदद करते हैं। लेकिन अब कंपनी अपना इन हाउस प्रोडक्शन बढ़ाने पर फोकस कर रही है। इसके लिए वह भारत में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर काम कर रही है। अमेरिकी कंपनी एप्पल अपनी साझेदारी का विस्तार करके भारत में लगभग 7 फीसदी आईफोन बनाती है।
Apple ने 2017 में भारत में शुरू किया था iPhone का उत्पादन
Apple ने 2017 में भारत में iPhone का उत्पादन शुरू किया था। तब से, कंपनी ने iPhone मॉडल को असेंबल करने और बढ़ती संख्या में कम्पोनेंट का उत्पादन करने के लिए कई सप्लायर्स के साथ काम किया है। एप्पल ने 18 अप्रैल, 2023 को अपना पहला भारतीय स्टोर मुंबई में और दूसरा 20 अप्रैल को नई दिल्ली में खोला।