किसानों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर डेरा डाले हुए किसान फिर से आंदोलन पर उतर आए हैं। पंजाब किसानों का कहना है कि उन्हें केंद्र सरकार से बातचीत के लिए कोई न्योता नहीं मिला है। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा है कि पहले जत्थे में 101 किसान होंगे। हमारा आंदोलन जारी है और अब रविवार को विरोध प्रदर्शन के 300 दिन पूरे हो रहे हैं। आंदोलन को देखते हुए हरियाणा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को पूरा करने का दबाव बना रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करने वाला था। हालांकि हरियाणा पुलिस से हुए टकराव के बाद इसे रविवार तक के लिए टाल दिया गया। लेकिन किसान आज फिर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
दोपहर 12 बजे दिल्ली कूच करेगा 101 किसानों का जत्था
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान सरवन सिंह पंधेर के मुताबिक किसानों ने शनिवार शाम तक केंद्र सरकार से बातचीत होने का इंतजार किया। लेकिन इसकी कोई सार्थक पहल नहीं देखने को मिली। अब 101 किसानों का जत्था फिर से दिल्ली कूच करेगा। किसान दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर कूच करेंगे। इस ऐलान के बाद से अंबाला और दिल्ली-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसके लिए कंक्रीट की दीवार बनाई गई है। सड़कों पर कीलें ठोक दी गई हैं। यहां 3 लेयर की बैरिकेडिंग की गई है। बता दें कि किसान कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट बंद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंबाला के डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, ददियाना, बारी घेल, लार्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांवों में इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। वहीं किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि सरकार क्या करेगी, यह उसे सोचना है। हम दोपहर 12 बजे शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर अब भी सरकार उन्हें मार्च निकालने से रोकती है तो यह उनके लिए ‘नैतिक जीत’ होगी।