GDP Growth Rate: देश की इकोनॉमी के लिए आज एक बुरी खबर आई है। फिस्कल ईयर 2025 की पहली तिमाही में GDP की ग्रोथ घटकर 6.7 फीसदी पर आ गई है। यह आंकड़ा पिछली 5 तिमाहियों में सबसे कम है। तिमाहियों में सबसे कम हो गई है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में GDP ग्रोथ 7.8 फीसदी थी।
भारत के सबसे अहम सेक्टर माने जाने वाला एग्रीकल्चर और माइनिंग सेक्टर में बड़ी गिरावट आई है। एग्रीकल्चर सेक्टर की बात करें तो अप्रैल-जून 2025 के बीच एग्रीकल्चर सेक्टर की ग्रोथ घटकर 2 फीसदी रही। जबकि फिस्कल ईयर 2024 की पहली तिमाही में यह 3.7 फीसदी थी।
इसके बाद दूसरे सेक्टर जैसे मैन्युफैक्चरिंग और इलेक्ट्रिसिटी इंडस्ट्री की ग्रोथ काफी मजबूत रही है। इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ जून तिमाही में 10.4 फीसदी रही है जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 3.2 फीसदी थी।
GDP में अहम हिस्सेदारी रखने वाले सेक्टर्स की ग्रोथ पर डालें एक नजर
माइनिंग की ग्रोथ जून तिमाही में 7.2 फीसदी रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 7 फीसदी थी।
मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ अप्रैल-जून तिमाही में 7 फीसदी रही जो पिछले साल की इसी तिमाही में 5 फीसदी थी।
कंस्ट्रक्शन सेक्टर की ग्रोथ जून तिमाही में 10.5 फीसदी रही जो फिस्कल ईयर 2024 की इसी तिमाही में 8.6 फीसदी थी।
पब्लिक एडमिन एंड सर्विस की ग्रोथ जून तिमाही में 9.5 फीसदी रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 8.2 फीसदी थी।
ट्रेड, होटल्स की ग्रोथ अप्रैल-जून तिमाही में घटकर 5.7 फीसदी रही। एक साल पहले की इसी तिमाही में यह 9.7 फीसदी थी।
रियल एस्टेट ग्रोथ जून तिमाही में घटकर 7.1 फीसदी रही जो एक साल पहले 12.6 फीसदी था।
कोर सेक्टर की ग्रोथ में इजाफा
कोर सेक्टर की ग्रोथ जुलाई में बढ़कर 6.1 फीसदी रही है। एक महीने पहले जून में कोर सेक्टर की ग्रोथ 5.1 फीसदी थी। आज जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ में से चार सेक्टरों में ग्रोथ तेज रही। वित्त वर्ष 2025 के पहले चार महीनों में 6.1 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 6.6 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई थी।