Government action to stop fraud by sim card: वर्तमान में ऑनलाइन फ्रॉड की कई घटनाएं सामने आती रहती हैं। इसके साथ ही सिम कार्ड के जरिये भी धोखाधड़ी की खबरें भी सुनाई देती रहती हैं। सिम कार्ड के जरिए होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए सरकार कमर कस रही है। सरकार सिम कार्ड के जरिये होने वाली धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए सिम कार्ड हासिल करने के नियम कड़े करने जा रही है। अभी उपभोक्ता 21 तरह के दस्तावेजों के जरिए सिम कार्ड हासिल कर सकता है। लेकिन अब सरकार इन दस्तावेजों की संख्या को कम करने जा रही है। सरकार अब 21 दस्तावेजों से सिम जारी करने की बजाय महज 5 दस्तावेजों से सिम जारी किये जाने का नियम लाने जा रही है।
इस खबर पर ज्यादा जानकारी देते सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने कहा कि अब कहीं भी आसानी से सिम कार्ड मिलना मुश्किल होगा। सरकार फर्जी सिम कार्ड लेने की गतिविधि को रोकने के लिए उपाय करने जा रही है। इससे फर्जी सिम कार्ड के जरिए होने वाले फ्रॉड को रोकने की तैयारी के रूप में भी देखा जा रहा है।
असीम मनचंदा ने आगे कहा कि सरकार सिम कार्ड मिलने के नियम कड़े करेगी। सरकार के द्वारा उठाये जाने वाले इस कदम से फर्जी दस्तावेजों के जरिए सिम कार्ड लेना मुश्किल होगा। अब सिर्फ 5 दस्तावेजों को देने पर ही किसी भी कंपनी का सिम कार्ड मिल सकेगा। ये दस्तावेज उपभोक्ता की पहचान और उसके पते के प्रमाण के रूप में दिये जाते हैं।
सरकार फ्रॉड को रोकने के लिए सिम कार्ड प्राप्त करने के लगने वाले दस्तावेजों की संख्या कम कर रही है। अभी 21 तरह के दस्तावेज से सिम कार्ड प्राप्त किये जा सकते हैं। सरकार के नये नियमों के अनुसार अब पहचान और पते के लिए सिर्फ 5 दस्तावेज ही चलेंगे। सरकार इसको लेकर काफी गंभीर नजर आ रही है। माना जा रहा है कि अगले 10-15 दिनों में नए नियम जारी हो सकते हैं।
असीम ने आगे कहा कि अभी किसान कार्ड, मनरेगा और अन्य तमाम दस्तावेजों के आधार पर उपभोक्ता सिम कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन सरकार द्वारा जारी किये जाने वाले नये नियमों के अनुसार आगे उपभोक्ता केवल आधार, वोटर कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, बिजली बिल से ही सिम कार्ड हासिल कर सकेंगे।