हाथरस में एक सत्संग मातम में बदल गया, जब वहां भगदड़ मच गई है। इस भगदड़ में 100 से ज्यादा लोगों की मारे जाने की आशंका है। स्वयंभू गुरु भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि ने ये धर्मिक सत्संग कराया था। ये बाबा अक्सर दावा करते रहे हैं कि उन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ काम किया है। उन्होंने अपने भक्तों को ये भी बताया कि जब वो नौकरी कर रहे थे, तब भी उनका रुझान आध्यात्म और भक्ति की ओर था। इसलिए उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए 1990 के दशक में इस्तीफा दे दिया था।