उबर (Uber) के एक ड्राइवर ने एक पैसेंजर का दिल जीत लिया। सोशल मीडिया (Social Media) पर उसकी स्टोरी शेयर होने के बाद उसकी खूब वाहवाही हो रही है। यूजर्स उसकी तारीफ कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि आम तौर पर ऐसा नहीं होता। कई बार टैक्सी ड्राइवर का रुखा व्यवहार हमारा मूड खराब कर देता है।
उबर के इस ड्राइवर का नाम रवि है। दिल्ली के रहने वाले हर्ष शर्मा ने बेंगलुरु में रवि से अपनी मुलाकात और दिल छू लेने वाले उनके व्यवहार की स्टोरी सोशल मीडिया पर शेयर की है। रवि कर्नाटक के रहने वाले हैं। उन्होंने ज्यादा हिन्दी और अंग्रेजी नहीं आती है। लेकिन, उन्होंने बहुत जल्द शर्मा के चेहरे को पढ़ लिया।
शर्मा जब रवि की टैक्सी में बैठे तो रवि ने भांप लिया कि उनका पैसेंजर बहुत ज्यादा थका हुआ है। दरअसल, फ्लाइट पकड़ने के लिए शर्मा की नींद पूरी नहीं हो पाई थी। उनके चेहरे से यह झलक रहा था। उन्होंने लिंक्डइन पर इस बारे में विस्तार से बताया है।
शर्मा ने लिखा है, "रवि नाम का यह उबर ड्राइवर दूसरे ड्राइवर से अलग था। उसने मेरे कैब में बैठते ही भांप लिया कि फ्लाइट की वजह से मैं ठीक से सो नहीं पाया हूं। उसने टैक्सी की सीट को ऑर्गेनाइज किया ताकि ट्रैवल के दौरान मैं नींद ले सकूं।"
रवि ने फिर टूटी फूटी अंग्रेजी में शर्मा से पूछा कि उन्होंने कुछ खाया है या नहीं। यह जानने के बाद कि शर्मा ने कुछ नहीं खाया है, रवि ने उन्हें सोने के लिए कहा और फिर एक रेस्टॉरेंट की तरफ कैब मोड़ दी। जिस तरह से रेस्टॉरेंट में ग्राहकों की भीड़ थी, उससे लग रहा था कि वह कोई नामी रेस्टॉरेंट है। वहां कई लोग खाने की अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे।
शर्मा ने लिखा है, "भीड़ से भरे उस रेस्टॉरेंट में रवि ने मेरे लिए एक टेबल अरेंज किया। वह रेस्टॉरेंट सेल्फ-सर्विस था। लेकिन, रवि मेरे लिए मेून ले आएं। फिर, उन्होंने कुछ साऊथ इंडियन फूड मुझे सजेस्ट किया। लंच करने के बाद रवि मेरे लिए एक कॉफी लेकर आए।"
शर्मा ने अपने वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है कि 50 साल से थोड़ी ज्यादा उम्र के रवि ने मेरा दिल जीत लिया। उन्होंने मुझ पर अपनी ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे मैं भूल नहीं सकता। मुझे अब भी सबकुछ याद कर बहुत अच्छा लग रहा है। दरअसल, अपनी व्यस्त जिदंगी में हम मानवता से नाता तोड़ लेते हैं।
यह पोस्ट हजारों लोगों तक पहुंच गया है। रवि की उदारता के बार में पढ़कर हजारों यूजर्स ने कमेंट किया है। एक यूजर ने लिखा है, "आजकल उदारता दुलर्भ चीज हो गई है। हमें जब कभी दूसरों की तरफ से ऐसा व्यवहार मिले तो हमें तारीफ करनी चाहिए।" एक दूसरे यूजर ने लिखा है कि यह पढ़कर बहुत अच्छा लगा है। आज के समय में इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती।