पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ पथराव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद खगेन मुर्मू के सिर में चोटें आईं। बीजेपी नेताओं की एक टीम जलपाईगुड़ी के नागराकाटा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचीं, तभी स्थानीय लोगों ने उन पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इसी हमले में मालदा नॉर्थ से बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू भी घायल हो गए। उनके सिर पर पत्थर लगने से गहरी चोट आई। हमले के बाद एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सुरक्षा बल सांसद को गाड़ी में बैठा कर ले जा रहे हैं, जिसमें वह रोते दिख रहे हैं और खून से लथपथ नजर आ रहे हैं।
इस हमले में सिलीगुड़ी के विधायक डॉ. शंकर घोष भी घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उनके सिर पर पत्थर लगने से गहरी चोट आई और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
मुर्मू और स्थानीय विधायक शंकर घोष समेत बाकी बीजेपी नेताओं पर कथित तौर पर उस समय हमला किया गया जब वे बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री बांट रहे थे। राज्य में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं, उससे पहले हुए इस हमले के बाद राज्य की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है।
BJP ने बताया 'TMC का जंगलराज'
BJP नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह हमला सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सदस्यों ने कराया है। BJP IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने X पर पोस्ट किया, "बंगाल में TMC का जंगलराज! भाजपा सांसद खगेन मुर्मू, जो एक सम्मानित आदिवासी नेता और उत्तरी मालदा से दो बार सांसद रहे हैं, उन पर राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए जाते समय TMC के गुंडों ने हमला किया।"
मालवीय ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "ममता बनर्जी अपने कोलकाता कार्निवल में नाच रही हैं, जबकि टीएमसी और राज्य प्रशासन कार्रवाई से गायब है। जो लोग वास्तव में लोगों की मदद कर रहे हैं, भाजपा नेता और कार्यकर्ता, उन पर राहत कार्य करने के लिए हमले किए जा रहे हैं। यह टीएमसी का बंगाल है, जहां क्रूरता का बोलबाला है और दया को सजा दी जाती है।"
अधिकारी ने आगे आरोप लगाया कि ममता बनर्जी का कोलकाता में सार्वजनिक कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने से उत्तर बंगाल असुरक्षित हो गया है। उन्होंने दावा किया कि टीएमसी ने भाजपा नेताओं को बाढ़ पीड़ितों को सहायता देने से रोकने के लिए 'विशेष समुदाय' के समर्थकों को तैनात किया है। उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी, आप भाजपा को डरा नहीं सकतीं। हमारे सांसद और विधायक जमीनी स्तर पर राहत सामग्री पहुंचा रहे थे, जबकि उनकी सरकार कोई कार्रवाई करने में विफल रही।"
हमले के बावजूद, BJP नेताओं ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत अभियान जारी रखने का संकल्प लिया है। उत्तर बंगाल में भारी मानसूनी बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है, जिसमें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और संपत्ति का नुकसान हुआ है, जिससे हजारों निवासी विस्थापित हुए हैं।