Himachal Flash Floods: भूस्खलन (Land Slide) और बाढ़ (Flood) के कारण करीब 24 घंटे तक बंद रहने के बाद चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे सोमवार रात यातायात के लिए खोल दिया गया। साथ ही पर्यटकों को यात्रा से जुड़े सुझाव भी दिए गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हाईवे ब्लॉक होने के कारण रविवार शाम से हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी जिले में पर्यटकों सहित कई यात्री फंस गए थे।
अचानक आई बाढ़ के बाद मंडी शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर औट के पास खोतीनल्ला में राजमार्ग का 70 किलोमीटर लंबा मंडी-पंडोह-कुल्लू मार्ग अवरुद्ध हो गया, जबकि भूस्खलन के बाद मंडी-पंडोह खंड 6-माइल्स के पास मार्ग बाधित हुआ। हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है।
मौसम विज्ञान विभाग ने 28-29 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी चलने और बिजली कड़कने और 30 जून और एक जुलाई को आंधी चलने और बिजली कड़कने का पूर्वानुमान लगाया है।
बिलासपुर के बर्टिन में सबसे ज्यादा 66.2 mm बारिश हुई। वहीं मशोबरा में 46.5 mm, नाहन व गोहर में 28.4-28.4 mm, कसौली में 24 mm और शिमला और पोंटा साहिब में 23-23 mm बारिश हुई।
भारी बारिश के बाद राज्य में कुल 116 सड़क ब्लॉक हुईं, जबकि 70 जल सप्लाई प्रोजेक्ट और 106 बिजली ट्रांसफार्मर इससे प्रभावित हुए।
प्रधान सचिव (राजस्व) ओंकार चंद शर्मा ने बताया कि पर्यटकों को नदियों और नालों से दूर रहने, हर इलाके की जानकारी हासिल करने और दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए अपने मोबाइल पर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) एप डाउनलोड करने की सलाह दी गई है।
राज्य आपदा अभियान केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन, बारिश संबंधी घटनाओं और डूबने से राज्य में अभी तक नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि 14 अन्य घायल हुए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, बारिश से जुड़ी घटनाओं में राज्य को 102 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जल शक्ति विभाग को सबसे ज्यादा 73.68 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, उसके बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) को 27.79 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।