हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी जिले में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की वजह से पर्यटक और स्थानीय सहित 200 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। चंडीगढ़-मनाली हाईवे भूस्खलन की वजह से बंद हो गया है। हाईवे पर कई किलोमीटर तक लंबा जाम लग गया है। रिपोर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, मंडी और कुल्लू को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के कारण 200 से अधिक लोग फंस गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर पर्यटक हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर औट के पास फंसे हैं। फिलहाल, हाईवे को जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश की जा रही है। भूस्खलन का एक भयावह वीडियो सामने आया है।
फंसे हुए यात्रियों में से एक प्रशांत ने पीटीआई को बताया, ''कल शाम से हम परेशान हैं क्योंकि सड़क बंद है जिससे ट्रैफिस जाम हो गया है। यहां सड़कों के दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं।'' मंडी जिले में भारी बारिश के कारण 7 मील के पास चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर भूस्खलन हुआ, जिससे रुकावट और भारी ट्रैफिक जाम हो गया। ANI द्वारा जारी किए गए वीडियो में पर्यटक लंबी कतारों में इंतजार कर रहे हैं।
मंडी प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि बहाली का काम चल रहा है। सड़कों को जाम करने वाले भारी पत्थरों को हटाने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ को मनाली से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे-21 सात-आठ घंटों में फिर से खुलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि यात्रियों को सड़क खुलने तक मंडी की ओर न जाने की सलाह दी गई है।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बीते 12 घंटों में 99.2 मिमी बारिश हुई, जिसके कारण भूस्खलन से सड़क के किनारे खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। मौसम कार्यालय ने बताया कि राज्य के मंडी जिले के कटौला में 163.3 मिमी, सिंहुता में 160 मिमी, कसौली में 145 मिमी, कांगड़ा में 143.5 मिमी बारिश हुई।
इसके अलावा, राजधानी शिमला में 99.2 मिमी, गोहर में 81 मिमी, जुब्बड़हट्टी में 76.5 मिमी, पंडोह में 74 मिमी, सुंदरनगर में 70 मिमी, पच्छाद में 65.2 मिमी, मंडी में 58.5 मिमी, कुफरी में 58 मिमी, धर्मशाला में 48.5 मिमी, सोलन में 44 मिमी और नाहन में 39 मिमी बारिश दर्ज की गई।
स्थानीय मौसम कार्यालय ने आज यानी 26 जून को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने के साथ तूफान आने तथा बिजली गिरने की आशंका व्यक्त करते हुए 'ऑरेंज अलर्ट' की चेतावनी जारी की है। वहीं, 27 जून और 28 जून को आंधी आने और बिजली गिरने का अनुमान जताते हुए 'येलो अलर्ट' की चेतावनी जारी की गई है।
शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि जल स्रोतों में भारी गाद के कारण अगले कुछ दिनों में पानी की आपूर्ति प्रभावित होगी। उन्होंने लोगों से पानी का विवेकपूर्ण इस्तेमाल करने का अनुरोध किया है।