भारत सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 78 यूट्यूब न्यूज चैनल और उनके सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है। यह कार्रवाई Information Technology Act 2000 की धारा 69-A के उल्लंघन के आरोप में की गई है। लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर (Anurag Singh Thakur) ने इस बात की जानकारी दी है। दरअसल, तमिलनाडु के विरुधुनगर के कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर बी ने सरकार द्वारा बंद किए गए यूट्यूब न्यूज चैनलों की संख्या की डेटल मांगी थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने साल 2021-22 के बीच अब तक 560 यूट्यूब चैनल को ब्लॉक किया जा चुका है। ब्लॉक किए गए यूट्यूब न्यूज चैनलों पर व्यूअर्स संख्या 68 करोड़ से भी अधिक थी।
बता दें कि इस साल की शुरुआत में भी 16 यूट्यूब न्यूज चैनल को बंद किया गया था। इनमें 10 भारतीय चैनल और पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले 6 यूट्यूब न्यूज चैनलों को भारत की नेशनल सिक्योरिटी और सार्वजनिक व्यवस्था में भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने के आरोप के चलते ब्लॉक किया गया था। आईटी एक्ट 2021 के तहत यह कार्रवाई की गई थी। मंत्रालय का कहना है कि ये सभी YouTube चैनल भारत में दहशत पैदा करने, सांप्रदायिक विद्वेष भड़काने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए झूठी, असत्यापित जानकारी फैला रहे थे।
यह घटना इस समय ज्यादा महत्वपूर्ण है जब सरकार के ऊपर प्रेस की आजादी को कम करने का आरोप लगाया जा रहा है। हाल ही में MeitY के जरिए जारी किए टेकडुन आदेशों पर कार्रवाई करते हुए ट्विटर ने भारत में राणा अय्यूब (Rana Ayyub) और CJ Werleman जैसे पत्रकारों के ट्वीट को सेंसर कर दिया है।
5 अप्रैल को भी हुई थी कार्रवाई
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने इस साल 5 अप्रैल को भी IT एक्ट 2021 के तहत इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करते हुए कार्रवाई की थी। इस कार्रवाई में 22 यूट्यूब न्यूज चैनल, तीन ट्विटर अकाउंट और एक फेसबुक अकाउंट के साथ एक न्यूज वेबसाइट को भी बंद किया गया था। इन चैनलों पर व्यूअर्स संख्या 250 करोड़ से भी अधिक थी। इस चैनलों का भारतीय सेना और भारत के विदेशी संबंधों जैसे विषयों पर गलत और भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही थी।