रिजर्व बैंक (Reserve Bank) के बुलेटिन में प्रकाशित एक लेख के अनुसार भारत का चालू खाते का घाटा (current account deficit (CAD) 2022-23 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 3 प्रतिशत के भीतर रहने की संभावना है। जबकि पिछले वित्त वर्ष के दौरान यह 1.2 प्रतिशत रहा था। CAD किसी देश के भुगतान संतुलन (balance of payments) का एक प्रमुख इंडिकेटर होता है।