Indian Railways: आजादी के बाद से रेलवे में काफी बदलाव हुए हैं। आज भी कई ऐसे इलाके हैं। जहां पुरानी तकनीकी आधार पर ट्रेनें चलाई जाती हैं। हालांकि सिस्टम में बदलाव हो रहा है। काफी कुछ अपग्रेड हुआ है और हो रहा है। ऐसे ही एक टोकन एक्सचेंज का सिस्टम है। यह अंग्रेजों के जमाने से चल रहा है। आज भी कई जगह इसका इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि कई जगहों से इस सिस्टम को खत्म कर दिया गया है। टोकन एक्सचेंज में ट्रेन के डाइवर यानी लोको पायलट को एक लोहे का छल्ला दिया जाता है। जब तक स्टेशन से यह छल्ला नहीं मिल जाता। ड्राइवर ट्रेन को आगे नही बढ़ा सकता है।