Jio Financial Services (JFS) और BlackRock ने मिलकर एक ज्वाइंट वेंचर बनाने का फैसला किया है। इसका नाम Jio BlackRock होगा। इसमें दोनों कंपनियों की 50-50 फीसदी हिस्सेदारी होगी। इस ज्वाइंट वेंचर को दोनों की कंपनियों के मजबूत ब्रांड का फायदा मिलेगा। यह ज्वाइंट वेंचर इंडिया में करोड़ों इनवेस्टर्स को सस्ते और आसान इनवेस्टमेंट सॉल्यूशंस ऑफर करेंगे। इस ज्वाइंट वेंचर के साथ ब्लैकरॉक ने दोबारा इंडियन मार्केट में एंट्री की है। वह 2018 में इंडियन मार्केट से बाहर चली गई थी।
दोनों कंपनियां 15-15 करोड़ डॉलर निवेश करेंगी
Jio BlackRock को इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट, रिस्क मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी के मामले में ब्लैकरॉक के एक्सपर्टाइज का फायदा मिलेगा। उधर, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के पास डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और लोकल मार्केट का नॉलेज (Knowledge) है। यह जेवी इंडियन मार्केट में खास स्केल और स्कोप के साथ एक नया प्लेयर होगा। दोनों कंपनियों ने इस जेवी में शुरुआत में 15-15 करोड़ डॉलर निवेश करने का प्लान बनाया है। दोनों का मानना है कि वे मिलकर इंडिया में निवेशकों को टेक्नोलॉजी पर आधारित और सस्ते इनवेस्टमेंट सॉल्यूशंस उपलब्ध कराने की स्थिति में होंगी।
जेवी को दोनों कंपनियों की ताकत का फायदा मिलेगा
JFS के प्रेसिडेंट और सीईओ हितेश सेठिया ने इस जेवी के बारे में कहा, "यह JFS और BlackRock के बीच शानदार पार्टनरशिप है। ब्लैकरॉक दुनिया की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है। इस पार्टनरशिप को इनवेस्टमेंट और रिस्क मैनेजमेंट में BlackRock की गहरी समझ का फायदा मिलेगा। जेएफएस की टेक्नोलॉजी कैपेबिलिटी और प्रोडक्ट्स की डिजिटल डिलीवरी इस जेवी को मजबूत बनाएगी।"
जेवी की इंडियन मार्केट में करोड़ों इनवेस्टर्स पर नजर
BlackRock के चेयर एंड हेड (APAC) रचेल लॉर्ड ने कहा, "इंडिया में शानदार मौके हैं। बढ़ते असर, आबादी में युवाओं की ज्यादा हिस्सेदारी और इंडस्ट्रीज में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन मार्केट को नया आकार दे रहे हैं। इंडियन एसेट मैनेजमेंट इंडस्ट्री में क्रांति लाने और फाइनेंशियल फ्यूचर्स में बड़े बदलाव के लिए JFS के साथ इस पार्टनरशिप से हम बहुत खुश हैं। जियो ब्लॉकरॉक इंडिया के करोड़ों इनवेस्टर्स को हमारी दोनों कंपनियों की ताकत का फायदा दिलाएगा।"
जेवी की इंडिपेंडेंट मैनेजमेंट टीम होगी
Jio BlackRock एक कस्टमर-केंद्रित और डिजिटल आधारित कंपनी है। इसका मकसद फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट सॉल्यूशंस ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को उपलब्ध कराना है। कंपनी हर भारतीय को वित्तीय रूप से सक्षम बनाना चाहती है। रेगुलेटर्स का एप्रूवल मिलने के बाद यह ज्वाइंट वेंचर सेवाएं देना शुरू कर देगा। इसकी अपनी इंडिपेंडेंट मैनेजमेंट टीम होगी।
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