केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने हरियाणा (Haryana) की सीमा से लगे दिल्ली और उत्तर प्रदेश के जिलों में नूंह हिंसा (Nuh Violence) के व्यापक प्रभाव का संकेत दिया है। पिछले 18 घंटे में तीन इनपुट भेजकर इन जिलों की पुलिस से धार्मिक स्थलों की सुरक्षा करने को कहा गया है। एजेंसियों ने सोशल मीडिया और WhatsApp ग्रुप पर भी नजर रखने को कहा है, क्योंकि इनका इस्तेमाल पड़ोसी राज्यों में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के लिए किया जा सकता है।
अधिकारियों को संवेदनशील इलाकों में, खासकर हरियाणा की सीमाओं के करीब दिल्ली और यूपी के कुछ जिलों में पर्याप्त सैनिक तैनात करने के लिए कहा गया है। खुफिया एजेंसियों को यह भी आशंका है कि हिंसा हरियाणा के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकती है।
एक और चेतावनी वाले मैसेज में कहा गया है कि भीड़ को काबू करने के लिए सुरक्षाकर्मियों के पास दंगा-रोधी गियर होना चाहिए। धार्मिक स्थलों पर सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रार्थना के समय भाषण देने को कहा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के नूंह जिले में भीड़ ने विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने की कोशिश की, पथराव किया और कारों में आग लगा दी, जिससे कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और कई पुलिसकर्मियों सहित कई दूसरे घायल हो गए।
जब पुलिस की एक टीम इलाके में जा रही थी, तो दो होम गार्डों की मौत हो गई और उनके वाहन में आग लगा दी गई। इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई हैं और नूंह और गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी गई है। विश्व हिंदू परिषद की शोभा यात्रा के दौरान प्रमुख गौरक्षक मोनू मानेसर की संदिग्ध उपस्थिति को लेकर तनाव बढ़ गया।
सूत्रों ने कहा कि हरियाणा के लिए अतिरिक्त बल तैयार हैं और केंद्र स्थिति पर नजर रख रहा है।
दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को चौबीसों घंटे मौजूद रहने को कहा है और उन्हें किसी भी कीमत पर अपने जिले नहीं छोड़ने की सलाह दी है। सांप्रदायिक तनाव की किसी भी सूचना पर वरिष्ठ अधिकारियों को अपने अधीनस्थों को भेजने के बजाय खुद मौके पर पहुंचना चाहिए।
UP के 11 जिलों में अलर्ट जारी
वहीं, यूपी पुलिस ने भी हरियाणा से सटे इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है। केंद्रीय एजेंसियों ने यूपी के तीन जिलों के लिए विशेष इनपुट दिए हैं, जो संवेदनशील हैं और हरियाणा सीमा के करीब हैं।
अधिकारियों ने यहां मंगलवार को कहा कि हरियाणा के नूंह जिले में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर यूपी पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है और पश्चिमी यूपी के 11 जिलों में अलर्ट जारी किया है।
अलर्ट मुख्य रूप से मथुरा के लिए जारी किया गया था, क्योंकि इस जिले के कोसी कला और बरसाना कस्बों की सीमा नूंह से लगती है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिन दूसरे जिलों में अलर्ट जारी किया गया उनमें आगरा, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, हापुड, अलीगढ़, शामली और गौतम बौद्ध नगर शामिल हैं।
स्पेशल डीजी (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि राज्य पुलिस मौजूदा सावन महीने के दौरान पहले से ही अलर्ट पर थी, जबकि हरियाणा हिंसा के मद्देनजर संवेदनशील जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। सहारनपुर, शामली, बागपत, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़ और मथुरा समेत सात जिलों की सीमाएं हरियाणा से लगती हैं।
जमीनी हालात को समझने के लिए केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से सब्सिडियरी इंटेलिजेंस ब्यूरो (SIB) से हर घंटे रिपोर्ट मांगी गई है। एक डेडिकेटेड टीम सोशल मीडिया पर नजर रख रही है।