Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद जो दर्दनाक तस्वीरें सामने आईं। उसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे को देख पूरा देश भावुक हो गया था। हादसे के बाद जब पटरियों की मरम्मत का काम पूरा हो चुका है। रेल दुर्घटना ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है। रात में करीब 11 बजे पहली ट्रेन रवाना हुई है। सबसे पहले मालगाड़ी निकाली गई। इसके बाद यात्री ट्रेनों को निकाला गया। इस बात की जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है। मीडिया से बातचीत करते हुए वो भावुक हो गए। भारी गले से उन्होंने रिस्टोरेशन को लेकर जानकारी साझा की।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सभी ट्रैक पर रास्ता साफ हो चुका है, लेकिन अभी हमारी जिम्मेदारी पूरी नहीं हुई है। मीडिया से बातचीत करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि अब तक ट्रैक से तीन गाड़ियां निकल चुकी हैं। हम स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। रेल मंत्री ने बताया था कि अब तक 3 गाड़ियां जा चुकी हैं। रात में करीब 7 गाड़ियां के जाने की योजना बनाई है।
लापता लोगों को खोजना हमारा लक्ष्यः रेल मंत्री
रेल मंत्री ने रोते हुए कहा हमारा लक्ष्य है कि लापता लोगों के परिवार के सदस्य जल्द से जल्दी अपने परिजनों से मिल सकें। उन्हें जल्द से जल्द खोजा जा सके। हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है। बता दें कि बालासोर में जहां ट्रेन हादसा हुआ थ वहां चौबीसों घंटे काम युद्धस्तर पर जारी रहा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार घटनास्थल पर मौजूद रहे। सैकड़ों रेल कर्मी, राहत बचाव दल के जवान, टेक्नीशियन्स से लेकर इंजीनियर्स तक दिन-रात काम करते रहे। बालासोर रेल हादसे के बाद केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से यहां अपने तमाम संसाधनों को लगा दिया गया। सबसे पहले घायलों और मृतकों को निकालने का काम पूरा किया गया। इसके बाद रेल के डिब्बों को पटरी से हटाने का काम पूरा हुआ।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ का संकेत
रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर के पास आगे बढ़ने का ग्रीन सिग्नल था। वह तय स्पीड से ज्यादा तेज ट्रेन को नहीं चला रहा था। साथ ही, संभावित तोड़फोड़ और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ का संकेत दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के कमिश्नर सेफ्टी की रिपोर्ट का इंतजार है।