Odisha Train Tragedy: भारतीय रेलवे ने ओडिशा में हुए रेल हादसे के कारण 123 ट्रेनें रद्द कर दी हैं और 56 के रूट बदल दिए गए हैं। इसके अलावा 10 ट्रेनों को गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है, जबकि 14 के समय में बदलाव किया गया है। इनमें 3 जून से शुरू होकर 7 जून तक चलने वाली ट्रेनें शामिल हैं। रद्द की गई ट्रेनों में सियालदह-पुरी दुरंतो, हावड़ा-चेन्नई मेल, कन्याकुमारी-हावड़ा एक्सप्रेस, शालीमार एक्सप्रेस, तिरुपति साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस, एसएमवीटी-बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस, संतरागांची एसी सुपरफास्ट, पुरुलिया-विलुपुरम शामिल हैं।
डायवर्ट की गई ट्रेनों में तांबरम-न्यू तिनसुखिया एक्सप्रेस, नई दिल्ली-पुरी एक्सप्रेस, पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और दीघा से विशाखापत्तनम सुपरफास्ट एक्सप्रेस शामिल हैं। जिन ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है उनमें फलकनुमा एक्सप्रेस, बाघाजतिन एक्सप्रेस, बालासोर-भुवनेश्वर एक्सप्रेस और जलेश्वर-पुरी मेमू शामिल हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि बुधवार तक सामान्य ट्रेन सेवाएं बहाल होने की संभावना है।
ओडिशा में भीषण ट्रेन हादसे को लेकर विपक्ष के निशाने पर आए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि रेलवे बोर्ड ने दुर्घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की सिफारिश की है। मीडिया से बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि परिस्थितियों और स्थिति और प्रशासन की जानकारी जो हमें मिली है, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की पूछताछ और जांच के लिए, रेलवे बोर्ड CBI जांच की सिफारिश कर रहा है।
बता दें कि रेल मंत्री वैष्णव कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं, क्योंकि इसने कई रिपोर्टों और ऑडिट का हवाला देते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है, जिसमें रेलवे की चूक को उजागर किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और कई अन्य लोगों ने सरकार पर निशाना साधा है और शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन त्रासदी के लिए जवाबदेही तय करने की मांग की है।
कोरोमंडल एक्सप्रेस और एसएमवीपी-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के दो डिब्बों और ओडिशा के बालासोर जिले में बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम को एक मालगाड़ी के आपस में टकरा जाने और 21 बोगियों के पटरी से उतर जाने से कम से कम 275 लोगों की मौत हो गई, जबकि 1,175 लोग घायल हो गए। इस भयावह रेल हादसे ने देश को झकझोर दिया है। अपनों की तलाश में लोग दर-दर भटक रहे हैं।
रेलवे ने ओडिशा ट्रेन हादसे में रविवार को एक तरह से चालक की गलती और सिस्टम की खराबी की संभावना से इनकार किया। साथ ही संभावित "तोड़फोड़" और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ सिस्टम से छेड़छाड़ का संकेत दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के "असल कारण" का पता लगा लिया गया है और इसके लिए जिम्मेदार "अपराधियों" की पहचान कर ली गई है।
बालासोर जिले में दुर्घटनास्थल पर उन्होंने पत्रकारों से कहा, "यह (हादसा) इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण हुआ।" वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि ‘प्वाइंट मशीन’ और इंटरलॉकिंग सिस्टम कैसे काम करती हैं। उन्होंने कहा कि सिस्टम "त्रुटि रहित" और "विफलता में भी सुरक्षित’’ (फेल सेफ) है। अधिकरियों ने बाहरी हस्तक्षेप की संभावना से इनकार नहीं किया।