Old Rajendra Nagar Flood Incident: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर की इमारत के बेसमेंट में पानी भरने से मरने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 3 हो चुकी है। मरने वालों में 2 छात्राएं और 1 छात्र है। इस हादसे से राष्ट्रीय राजधानी में आक्रोश फैल गया है। छात्र MCD और कोचिंग इंस्टीट्यूट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि शनिवार, 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद ओल्ड राजेंद्र नगर में राव IAS स्टडी सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया। दिल्ली फायर डिपार्टमेंट (डीएफएस) को शाम करीब सात बजे जलभराव की सूचना मिली।
इसके बाद एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, जिला प्रशासन और डीएफएस ने बचाव अभियान शुरू किया। दमकल की 5 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। कहा जा रहा है कि जब पानी भरने लगा, उस वक्त कम से कम 35 स्टूडेंट्स कक्षाओं में मौजूद थे। अधिकांश छात्र बेसमेंट से भागने में सफल रहे।
खबर है कि भारी बारिश के कारण कोचिंग इंस्टीट्यूट के पास की एक नाला फट गया, जिसके कारण कोचिंग सेंटर का बेसमेंट अचानक पानी से भर गया। लापता छात्रों से उनके मोबाइल नंबर के जरिए संपर्क करने के प्रयास असफल रहे। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं और भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अब तक दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। पानी को लगातार बाहर निकाला जा रहा है। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा है कि सर्च ऑपरेशन का एक अंतिम दौर लंबित है। ऑपरेशन अपने निष्कर्ष की ओर बढ़ रहा है। फंसे हुए कुछ छात्रों को बचा लिया गया है और उनमें से 3 को अस्पताल भेज दिया गया है। तीन शवों के अलावा, 13 से 14 अन्य लोगों को बचा लिया गया है और वे ठीक हैं।
शव बरामद होने के बाद छात्रों का एक समूह घटनास्थल पर एमसीडी और कोचिंग इंस्टीट्यूट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
एएनआई के मुताबिक, एक छात्र ने आक्रोश जताते हुए कहा, "एमसीडी का कहना है कि यह आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी तरह से लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। आपदा कभी-कभी होती है। मेरे मकान मालिक ने कहा कि वह पिछले 10-12 दिनों से पार्षद से कह रहा था कि नाले की सफाई होनी चाहिए... पहली मांग यह है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। तत्काल मांग यह है कि घायलों और मौतों की वास्तविक संख्या बताई जाए।"
एक अन्य छात्र ने कहा, "यहां 80% लाइब्रेरी बेसमेंट में हैं। 10 मिनट की बारिश में यहां पानी भर जाता है। एमसीडी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।"