भारत में लगातार कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के मामले बढ़ते दिख रहे हैं। देश में ओमीक्रोन के कुल 73 मामले सामने आ चुके हैं। 32 केस के साथ महाराष्ट्र नंबर एक पर है। वहीं, इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ ने कहा है कि ओमीक्रोन किसी भी अन्य वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैल रहा है।
इस बीच, इस निष्कर्ष को खारिज करते हुए कि ओमीक्रोन स्ट्रेन से केवल हल्की बीमारी होती है, देश के एक शीर्ष वैज्ञानिक ने News18.com को बताया कि नए वेरिएंट का प्रारंभिक चरण हमेशा हल्का होता है और हम इसके प्रभाव के बारे दिसंबर के अंत तक ही बेहतर जान सकते हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB) के डायरेक्टर डॉ अनुराग अग्रवाल (Dr Anurag Agrawal) के अनुसार, यह आशा करना अच्छा है कि दक्षिण अफ्रीका के लिए जो सच है वह भारत के लिए सच होना चाहिए, लेकिन हल्के वायरस भी पूरे स्वास्थ्य प्रणाली को घुटनों तक लाने की क्षमता रखते हैं।
उन्होंने कहा कि विवेकपूर्ण बात यह है कि भारत को सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करनी चाहिए लेकिन सबसे बुरे के लिए भी हमें तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कम से कम दिसंबर के अंत से पहले ओमीक्रोन पर कुछ भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।
भारत के अलावा ब्रिटेन और अमेरिका में भी कोरोना के डेल्टा और ओमीक्रोन वेरिएंट का कहर बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन में बुधवार को कोविड-19 के रिकॉर्ड 78,610 नए मामले पाए गए, जो देश में अब तक के सर्वाधिक दैनिक मामले हैं।
संक्रमण के नए मामलों के लिए कोरोना वायरस के डेल्टा के साथ-साथ ओमीक्रोन वेरिएंट भी मुख्य रूप से जिम्मेदार है। लंदन में तो ओमीक्रोन ने डेल्टा को पीछे छोड़ दिया है। इससे पहले, ब्रिटेन में सर्वाधिक दैनिक मामले आठ जनवरी को सामने आए थे। उस समय 68,053 नए मामले पाए गए थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि ओमीक्रोन बहुत ज्यादा तेजी से फैल रहा है। किसी भी वेरिएंट की तुलना में यह सबसे तेजी से लोगों को अपनी पकड़ में ले रहा है। कोविड-19 पर एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ने कहा कि 77 देशों में अबतक ओमीक्रोन के मामले दर्ज किए जा चुके हैं।