प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को सोमवार को फिजी के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी को उनके वैश्विक नेतृत्व के लिए फिजी के प्रधानमंत्री सित्वेनी राबुका (Sitiveni Rabuka) ने सोमवार को देश के सर्वोच्च सम्मान, "कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी (Companion of the Order of Fiji)" से सम्मानित किया। यह सम्मान अभी तक कुछ ही गैर-फिजी लोगों को मिला है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है बल्कि 140 करोड़ भारतीयों, भारत और फिजी के सदियों पुराने रिश्तों का है। इसके लिए मैं आपका और राष्ट्रपति जी का हृदय से बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
इसके अलावा रिपब्लिक ऑफ पलाऊ ने भी पीएम मोदी को सम्मानित किया। पलाऊ ने पीएम मोदी को एबाक्ल अवॉर्ड (Ebakl Award) से सम्मानित किया। पीएम मोदी को ये दोनों अवॉर्ड पापुआ न्यू गिनी में दिए गए हैं। पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) ने भी पीएम मोदी को अपने देश के सर्वोच्च पुरस्कार 'कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू (Companion of the Order of Logohu)' से सम्मानित किया है। पीएमओ इंडिया ने ट्वीटर पर तस्वीरें शेयर कर इसकी जानकारी दी।
पीएम मोदी ने की मारापे के साथ बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के अपने समकक्ष जेम्स मारापे के साथ सोमवार को दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। इस दौरान वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। पापुआ न्यू गिनी की पहली यात्रा पर आए प्रधानमंत्री मोदी ने प्रशांत द्वीपीय देश की प्राथमिकताओं के लिए भारत के सहयोग को दोहराया। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने पापुआ न्यू गिनी के गवर्नर जनरल बॉब डाडे से गवर्नमेंट हाउस में मुलाकात की। डाडे ने देश की पहली यात्रा पर आए मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मारापे के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने गर्मजोशी से स्वागत करने तथा ‘फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स कॉरपोरेशन’ के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी के लिए भी अपने समकक्ष का आभार जताया। FIPIC का गठन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा के दौरान किया गया था। यह शिखर सम्मेलन ऐसे वक्त में हो रह है जब चीन क्षेत्र में अपनी सैन्य और कूटनीतिक ताकत बढ़ाने के प्रयास कर रहा है।
बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने अपने द्विपक्षीय संबंधों का जायजा लिया और व्यापार तथा निवेश, स्वास्थ्य, क्षमता निर्माण, कौशल विकास और सूचना प्रौद्योगिकी समेत विभिन्न क्षेत्रों में भागीदारी मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने संबंधी कदमों और लोगों के बीच परस्पर संबंधों को बढ़ावा देने से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की।
बैठक के दौरान पीएम मोदी और मारापे ने तमिल भाषा में लिखी काव्य रचना ‘तिरुक्कुरल’ का पापुआ न्यू गिनी की टोक पिसिन भाषा में अनुवादित कृति का विमोचन भी किया। यह अनुवादित पुस्तक भाषाविद शुभा शशिंद्रन और पापुआ न्यू गिनी के वेस्ट न्यू ब्रिटेन प्रांत के गवर्नर शशिंद्रन मुथुवेल ने लिखी है। पुस्तक में प्रधानमंत्री मारापे का एक कथन भी है।