PM Modi France Visit: जल्द ही फ्रांस में भी यूपीआई से पेमेंट होने लगेगा और इसकी शुरुआत एफिल टॉवर (Eiffel Tower) से हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के दौरे पर हैं। इस दौरे पर उन्होंने गुरुवार को कहा कि भारत और फ्रांस के बीच यूपीआई को लेकर बात बन गई है। उन्होंने इसकी जानकारी फ्रांस की एक नदी साइने (Seine) पर स्थित द्वीप पर बने एक परफॉरमिंग ऑर्ट्स सेंटर ला सिए म्यूजिकैले (La Seine Musicale) में भारतीय समुदायों को संबोधित करते हुए दी। पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि भारतीय पर्यटक बहुत जल्द ऊंचे एफिल टावर से यूपीआई के जरिए रुपये में पेमेंट्स कर सकेंगे।
कुछ देशों में पहले से ही चालू है UPI
पिछले साल 2022 में यूपीआई सर्विसेज देने वाली नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और फ्रांस की तेज और सुरक्षित ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम लायरा (Lyra) के बीच एमओयू पर साइन हुए थे। इस साल सिंगापुर के पेनाऊ के साथ भी ऐसा एग्रीमेंट हुआ। यूएई, भूटान और नेपाल में पहले से ही यूपीआई पेमेंट सिस्टम एक्टिव हो चुका है। अब एनपीसीआई इंटरनेशनल यूपीआई की सेवाओं को अमेरिका, यूरोपीय देशों और पश्चिमी एशिया में शुरू करने के लिए बातचीत कर रहा है।
मास्टर्स स्टूडेंट्स को मिलेगा पांच साल का वीजा
मोदी, मोदी और भारत माता की जय के नारों के बीच पीएम मोदी ने बताया कि पेरिस के उत्तर-पश्चिमी हिस्से के सर्जी प्रीफेक्चीर में मशहूर तमिल फिलॉसफर थिरुवल्लुवर की मूर्ति लगाई जाएगी और इसमें कुछ हफ्ते या महीनों का समय लग सकता है। इसके अलावा उन्होंने जानकारी दी कि फ्रांस ने मास्टर्स की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स का पांच साल की लंबी अवधि का वीजा देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री ने फ्रांस में रह रहे भारतीय समुदायों से भारत में बड़े पैमाने पर निवेश करने की अपील की ताकि यह तेजी से विकसित देश के रूप में उभर सके। उन्होंने कहा कि आज हर रेटिंग एजेंसी भारत पर भरोसा कर रही है। यह निवेश के लिए बेहतरीन मौका है और जो जल्दी निवेश करेंगे, उन्हें फायदा मिलेगा।
फ्रांस के साथ पुराने संबंधों को किया याद
पीएम मोदी ने इस मौके पर फ्रांस के साथ अपने पुराने जुड़ाव को भी याद किया। उन्होंने कहा कि फ्रांस के साथ उनका संबंध काफी पुराना है और वे इसे कभी नहीं भूल सकते हैं। करीब 40 साल पहले गुजरात के अहमदाबाद में फ्रांस का एक सांस्कृतिक केंद्र शुरू हुआ था और वह उसके पहले सदस्य थे। पीएम मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र और विविधिता की मां है। यह भारत की ताकत है। भारत में 100 से अधिक भाषाएं, 1 हजार से अधिक बोलियां हैं। यहां हर दिन इन भाषाओं में 32 हजार से अधिक न्यूजपेपर पब्लिश होते हैं।