महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में रविवार को बहुत ही बड़ा उलटफेर देखने को मिला। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) टूट के कगार पर पहुंच गई है। महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफे की पेशकश के कुछ दिनों बाद शरद पवार के भतीजे अजीत पवार (Ajit Pawar) एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार में शामिल हो गए हैं। NCP नेता अजीत पवार ने रविवार को राजभवन में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अजीत पवार रविवार दोपहर अचानक हसन मुश्रीफ और छगन भुजबल सहित करीब 40 NCP विधायकों के साथ राजभवन पहुंचें। एनसीपी नेता अजित पवार के साथ ही 9 विधायक शिंदे सरकार में मंत्री बन चुके हैं।
इसके बाद राज्य के नवनिर्वाचित डिप्टी सीएम अजीप पवार के पुणे दफ्तर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। न्यूज एजेंसी ANI को सूत्रों ने बताया कि डिप्टी सीएम अजित पवार को 40 NCP विधायकों और पार्टी के 6 एमएलसी का समर्थन प्राप्त है।
NCP के ये नेता बने मंत्री
अजित पवार समेत NCP के कुल 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। अजीत पवार के अलावा NCP नेता छगन भुजबल, दिलीप पाटिन, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, धर्माराव अत्रम, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे और अनिल पाटिल ने भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी राजभवन में मौजूद थे।
बताया जा रहा है अजित पवार ने रविवार सुबह शरद पवार से बिना पूछे पार्टी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी। यह बैठक पहले छह जुलाई को NCP प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में होने वाली थी, जो इस वक्त पुणे में हैं। अजित पवार ने हाल ही में संगठनात्मक जिम्मेदारी की मांग करते हुए विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा देने की भी पेशकश की थी।
शरद पवार को नहीं थी बैठक की जानकारी
अजित पवार के आवास पर एनसीपी नेताओं की बैठक बुलाए जाने पर NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मुझे ठीक से नहीं पता कि यह बैठक क्यों बुलाई गई है लेकिन विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें (अजित पवार) विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है। वह ऐसा नियमित रूप से करते हैं। मुझे इस बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
NCP सुप्रीमो और पार्टी संस्थापक शरद पवार ने हाल ही में पार्टी संगठन में फेरबदल किया था। उसके बाद से उनके भतीजे अजीत पवार की नाराजगी की खबरें सामने आई थीं। यह दूसरा मौका है जब अजीत पवार ने NCP से अलग रास्ता अख्तियार किया है। पार्टी में जिस से तरह से टूट हुई है, उससे यह बगावत दिख रही है।
पिछली बार भी अजित पवार दर्जनों विधायकों को लेकर बीजेपी के साथ चले गए थे। उस वक्त भी अजित पवार डिप्टी सीएम का शपथ ले चुके थे। अजित पवार और विधायकों को वापस लाने के लिए शरद पवार को जोरआजमाइश करनी पड़ी थी। मुश्किल से विधायक पार्टी में लौटे थे। अब इस बार देखना होगा कि शरद पवार कैसे इस चुनौती से निपटते हैं?
बीजेपी ने 40 विधायकों के समर्थन का किया दावा
राजभवन पहुंचे महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राष्ट्रवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का साथ देने का निर्णय लिया है। उनका हम स्वागत करते हैं। आज NCP के 40 से ज्यादा विधायक शामिल हो रहे हैं। अजीत पवार के पद मुख्यमंत्री तय करेंगे।
बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा कि PM मोदी जी की दृष्टि को समर्थन देने के लिए आज NCP के अजीत पवार और उनके साथ के नेता आए हैं और शपथ ग्रहण भी करेंगे। महाराष्ट्र को मजबूती देने के लिए यह समीकरण बैठा है। यह समीकरण महाराष्ट्र को आगे लेकर जाएगा।