अरविंद केजरीवाल की तरफ से अगले दो दिनों के भीतर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद, उनके सबसे करीबी सहयोगी और AAP नेता मनीष सिसोदिया ने भी साफ कर दिया कि जब तक जनता उनकी ईमानदारी पर मुहर नहीं लगाती, तब तक वह डिप्टी सीएम पद पर दोबारा शामिल नहीं होंगे। कथित शराब नीति घोटाले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल ने अपने पहले भाषण में कहा था कि जब तक वह अदालत से बरी नहीं हो जाते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।