Bihar Cabinet Expansion: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अपनी पार्टी की 'एक नेता, एक पद' की नीति का पालन करते हुए बुधवार (26 फरवरी) सुबह सीएम नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार, जायसवाल का इस्तीफा बुधवार शाम को होने जा रहे मंत्रिपरिषद के विस्तार से पहले आया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य विधानसभा चुनाव से पहले अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल में पांच से सात नए चेहरे शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि जेडीयू का कोई मंत्री शपथ नहीं लेगा।
दिलीप जायसवाल ने कहा, "आज शाम 4 बजे राज्यपाल ने राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह के लिए सहमति दे दी है... BJP कोटे से सात मंत्रियों के शपथ लेने की संभावना है।" जायसवाल बिहार सरकार में महत्वपूर्ण राजस्व और भूमि सुधार मंत्री थे। राज्य में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल होने के साथ BJP के सत्ता में लौटने के बाद उन्हें पिछले साल जनवरी में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। जुलाई में वह उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की जगह राज्य के भाजपा अध्यक्ष बने थे।
बिहार के मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, जायसवाल 26 फरवरी को सुबह से बिहार राज्य के मंत्री तथा मंत्रिपरिषद् के सदस्य नहीं रहे। जायसवाल ने मंगलवार रात को पटना में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी की राज्य कोर समिति की बैठक के बाद अपने इस्तीफे की घोषणा की। पार्टी के नेताओं ने चर्चा का विवरण नहीं दिया। उन्होंने केवल यह कहा कि बैठक इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर केंद्रित थी।
सूचना और जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने कहा कि राजभवन में शाम चार बजे नए मंत्री शपथ लेंगे। राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। राज्य मंत्रिमंडल में किसे शामिल किया जा सकता है, इस बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। विधानसभा चुनाव से पहले इस घटनाक्रम को महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा रहा है।
जायसवाल ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में पार्टी की राज्य कोर समिति की बैठक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी। लेकिन माना कि चर्चा इस साल के आखिर में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के इर्द-गिर्द केंद्रित थी। बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा है। इससे अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं। फिलहाल नीतीश कुमार सरकार में 30 मंत्री हैं। कैबिनेट विस्तार में छह नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।