'कोचिंग सेंटर माफिया बन गए हैं'; दिल्ली में UPSC के तीन छात्रों की मौत पर संसद में भारी हंगामा
Delhi UPSC Aspirants Deaths: राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कोचिंग के व्यवसायीकरण पर चिंता जताते हुए राजधानी दिल्ली में IAS की तैयारी करने वाले छात्रों की मौत के मुद्दे पर उच्च सदन में अल्पकालिक चर्चा को मंजूरी दी। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने और आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद धनखड़ ने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत सात नोटिस मिले हैं
Delhi UPSC Aspirants Deaths: इस मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया गया है
Delhi UPSC Aspirants Deaths: कांग्रेस के कुछ सांसदों ने दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत के मामले पर चर्चा की मांग करते हुए सोमवार (29 जुलाई) को लोकसभा में कार्यस्थगन के नोटिस दिए। कांग्रेस सांसद अमर सिंह और मणिकम टैगोर ने कार्यस्थगन के नोटिस दिए। सिंह ने सारे विधायी कार्य रोककर इस विषय पर चर्चा की मांग करते हुए कहा कि IAS अधिकारी बनने की चाह रखने वाले तीन छात्रों की मौत के मामले में जवाबदेही तय होनी चाहिए। वहीं, टैगोर ने इन स्टूडेंट्स की दुखद मौत और दिल्ली में अवसंरचना से जुड़ी "त्रासदी" पर चर्चा की मांग की।
सत्ता और विपक्ष के सांसदों ने पार्टी लाइन से हटकर कोचिंग संस्थानों में पढ़ने वाले और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों की सुरक्षा से जुड़ा मामला उठाया। सांसदों ने कहा कि कोचिंग सेंटर माफिया बन गए हैं। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी कोचिंग सेंटरों के व्यावसायीकरण की आलोचना की और अखबारों में उनके लगातार विज्ञापनों पर प्रकाश डाला।
मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग सेंटर की इमारत के ''बेसमेंट'' में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की शनिवार 27 जुलाई को मौत हो गई थी। इस मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली नगर निगम (MCD) ने रविवार को इस इलाके में 13 अवैध कोचिंग सेंटर को सील कर दिया था।
धनखड़ ने कोचिंग के 'व्यवसायीकरण' पर जताई चिंता
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सोमवार को कोचिंग के व्यवसायीकरण पर चिंता जताते हुए राजधानी दिल्ली में IAS की तैयारी करने वाले छात्रों की मौत के मुद्दे पर उच्च सदन में अल्पकालिक चर्चा को मंजूरी दी। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने और आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाने के बाद धनखड़ ने बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत सात नोटिस मिले हैं।
उन्होंने बताया कि इनमें से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सुधांशु त्रिवेदी, रामचंद्र जांगड़ा, सुरेंद्र सिंह नागर, आम आदमी पार्टी (AAP) की स्वाति मालीवाल और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जॉन ब्रिटास ने प्राधिकारियों की लापरवाही के कारण दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों की मौत के मुद्दे पर चर्चा के नोटिस दिए हैं।
धनखड़ ने कहा, "मेरा मानना है कि देश के युवा जनसांख्यिकीय लाभांश को पोषित करने की आवश्यकता है। मैंने पाया है कि कोचिंग अब व्यापार बन गया है। जब भी हम कोई अखबार पढ़ते हैं तो उसके पहले एक या दो पन्नों में कोचिंग के विज्ञापन होते हैं।" उन्होंने कहा कि ऐसे देश में जहां अवसर बढ़ रहे हैं> वहीं यह एक समस्या बनता जा रहा है।
हालांकि नियम 267 के तहत इस मुद्दे पर चर्चा के लिए सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्ष के बीच सहमति नहीं बन सकी। सभापति ने कहा कि मुख्य विपक्षी दल नियम 267 के पक्ष में नहीं है और उन्हें यह बात कांग्रेस के जयराम रमेश ने स्पष्ट शब्दों में बता दी है।
नियम 267 के मुताबिक, सभापति की सहमति से सदन में पूर्व निर्धारित कामकाज या एजेंडे को रोककर किसी एक खास मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है और उस मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछा जा सकता है। नियम लागू होने के बाद सिर्फ एक खास मुद्दे पर ही बहस हो सकती है।
सरकार चर्चा को तैयार
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने भी नियम 267 के तहत इस मामले पर तत्काल चर्चा करने के लिए अपनी सहमति जताई। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मणिपुर और नीट के मुद्दों पर भी नियम 267 के तहत चर्चा होनी चाहिए। इस पर सभापति ने कहा कि फिलहाल ये मुद्दे उनके समक्ष नहीं हैं। धनखड़ ने स्पष्ट किया कि नियम 267 के तहत किसी भी बात पर तभी चर्चा होगी जब प्रमुख पार्टियां इसपर सहमत होंगी और पूरे सदन की सहमति होगी।
बाद में धनखड़ ने अपने कक्ष में विभिन्न दलों के नेताओं से चर्चा के बाद कहा कि इस मुद्दे पर नियम 276 के तहत अल्पकालिक चर्चा होगी। मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में IAS Study Circle कोचिंग सेंटर की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की 27 जुलाई को मौत हो गई थी। मामले में कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया गया है।
कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने लोकसभा में कार्यवाही के दौरान लोकसभा में मामला उठाया और कहा कि कोचिंग सेंटर अब माफिया बनते जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आग्रह किया। नई दिल्ली से लोकसभा सांसद और बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज ने इस घटना के लिए आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि AAP की उदासीनता के कारण ही राष्ट्रीय राजधानी में तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत हुई है।
"Coaching has become virtually commerce. Every time we read a newspaper, the front one or two pages are of their advertisements."
Hon'ble Vice-President's remarks in the Upper House on UPSC aspirants' death due to drowning in a coaching centre in Delhi. VP further said that he… pic.twitter.com/185Xm8VmAz — Vice-President of India (@VPIndia) July 29, 2024
बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी AAP की आलोचना करते हुए कहा, "यह दोष देने की बात नहीं है। एमसीडी AAP के अधीन है और वह पार्टी पिछले 9 सालों से दिल्ली पर शासन कर रही है। इस तरह की घटनाएं हर साल होती हैं लेकिन आप इस मुद्दे से निपटने के लिए कोई ठोस समाधान नहीं ढूंढ पाई है। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए... केवल कुछ कोचिंग संस्थानों को सील करने से दीर्घकालिक समाधान नहीं होगा..."
Student suicide is one of the most important issues in the country. In the other House, there was an answer given by the Minister in 2023. In 5 years, between 2018-22, 80 students committed suicide only in higher education, like IITs and IIMs. The main reason is caste… pic.twitter.com/y98n8oQ3mi — Congress (@INCIndia) July 29, 2024
समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि योजना बनाना और NOC प्रदान करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, "यह एक दर्दनाक घटना है। योजना बनाना और एनओसी प्रदान करना अधिकारियों की जिम्मेदारी है, सवाल यह है कि कौन जिम्मेदार है और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। यह अवैध निर्माण का सिर्फ एक मामला नहीं है, हम यूपी में देख रहे हैं कि अवैध इमारतों को बुलडोजर से गिराया जा रहा है, क्या यह सरकार यहां बुलडोजर चलाएगी या नहीं?"
I have just visited the hospital and met the uncle of the boy from Kerala, who unfortunately lost his life over the weekend.
It's a shocking situation and I have to say that when you have a brilliant student, all the dreams of serving the nation have been shattered. This is a… pic.twitter.com/fTMPyVS4UR — Congress (@INCIndia) July 29, 2024
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की और कहा कि मामले में मुआवजे की जरूरत है, लेकिन इस नुकसान की भरपाई कोई मुआवजा नहीं कर सकता। उन्होंने यह भी कहा कि कोचिंग संस्थान द्वारा बुनियादी मानदंडों का उल्लंघन किया गया, लेकिन एमसीडी ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने संस्थान में डूबने वाले छात्रों में से एक नेविन डेल्विन के परिवार से मिलने के लिए दिल्ली के आरएमएल अस्पताल का भी दौरा किया।
I have just visited the hospital and met the uncle of the boy from Kerala, who unfortunately lost his life over the weekend. It's a shocking situation and I have to say that when you have a brilliant student, all the dreams of serving the nation have been shattered. This is a… pic.twitter.com/fTMPyVS4UR — Congress (@INCIndia) July 29, 2024
बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी मामला उठाते हुए कहा कि मृतकों में से एक बिहार की मूल निवासी तान्या की कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में जलभराव के कारण जान चली गई। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए देश भर से आने वाले छात्रों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए।
Delhi: Purnia MP Pappu Yadav reacts to the death of the UPSC student in Old Rajinder Nagar in the Lok Sabha pic.twitter.com/gNebgxIDnM