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Shiv Sena MLAs Row: उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, स्पीकर ने CM एकनाथ शिंदे गुट को बताया असली शिवसेना

Shiv Sena MLAs Row: विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा, "21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी गुट बना तब शिंदे गुट ही असली शिवसेना राजनीतिक दल था।" उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में शिंदे गुट को शिवसेना के 55 में से 37 विधायकों का समर्थन था। नार्वेकर ने कहा कि शिवसेना प्रमुख को किसी भी पार्टी नेता को बर्खास्त करने का कोई अधिकार नहीं है।

Akhileshअपडेटेड Jan 10, 2024 पर 6:38 PM
Shiv Sena MLAs Row: उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका, स्पीकर ने CM एकनाथ शिंदे गुट को बताया असली शिवसेना
Shiv Sena MLAs Row: शिवसेना में विभाजन के 18 महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद यह फैसला आया है

Shiv Sena MLAs Row: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुवाई वाले शिवसेना विधायकों के अयोग्यता मामले पर विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर (Maharashtra Assembly speaker Rahul Narwekar) का फैसला आ गया है। स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिंदे गुट के शिवसेना को ही असली माना है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 विधायकों की अयोग्यता संबधी याचिकाओं पर नार्वेकर ने 10 जनवरी को शाम 6 बजे बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाया। स्पीकर का यह फैसला महाराष्ट्र की पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

नार्वेकर ने कहा, "21 जून 2022 को जब प्रतिद्वंद्वी गुट बना तब शिंदे गुट ही असली शिवसेना राजनीतिक दल था।" उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में शिंदे गुट को शिवसेना के 55 में से 37 विधायकों का समर्थन था। नार्वेकर ने कहा कि शिवसेना प्रमुख को किसी भी पार्टी नेता को बर्खास्त करने का कोई अधिकार नहीं है। स्पीकर ने सीएम शिंदे समेत 16 शिवसेना विधायकों को अयोग्य ठहराने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे ही शिवसेना और पार्टी के असली नेता हैं।

स्पीकर ने फैसले में क्या कहा?

महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा, "दोनों पार्टियों (शिवसेना के दो गुट) द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए संविधान पर कोई सहमति नहीं है। दोनों दलों के नेतृत्व संरचना पर अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। मुझे विवाद से पहले मौजूद नेतृत्व संरचना को ध्यान में रखते हुए प्रासंगिक संविधान तय करना होगा।" उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग के आदेश के विपरित नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि शिवसेना का संविधान नेतृत्व संरचना की सीमा की पहचान को लेकर प्रासंगिक है।

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