Gujarat Elections 2022: हाल ही में मोरबी (Morbi) में मच्छू नदी (Machchhu river) पर एक सदी पुराने पुल के गिरने (Cable Bridge Collapsed) से करीब 132 लोगों की मौत हो गई थी। ये हादसा गुजरात (Gujarat) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए एक चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) के मद्देनजर विपक्ष ने इसे लेकर सरकार पर हमले तेज कर दिए थे। हालांकि, सत्ताधारी दल का मानना है कि उसने इस मुद्दे से अच्छी तरह पार पा लिया है।
गुरुवार को, जब उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की गई, तो बीजेपी ने मोरबी विधानसभा क्षेत्र से विधायक बृजेश मेरजा (Brijesh Merja) की जगह अपने पुराने नेता और पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया (Kantilal Amrutiya) को मैदान में उतारा।
कांतिलाल अमृतिया मोरबी में हुई इस घटना के दौरान काफी चर्चाओं में रहे थे। हादसे के बाद कांकिलाल लाइफ सेविंग ट्यूब पहन कर लोगों की जान बचाने के लिए नदी में कूद गए थे। पानी में कूदने का उनका वीडियो काफी वायरल हुआ था और उनकी पार्टी के साथी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भी इसकी प्रशंसा की थी।
पार्टी में कुछ लोगों के लिए, अमृतिया के रेस्क्यू ऑपरेशन में इस तरह जुटने की उनकी तस्वीरों के बाद से ही ये कयास लगाए जाने लगे थे कि उन्हें मोरबी से BJP अपना उम्मीदवार बनाएगी।
News18 के मुताबिक, हालांकि, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अमृतिया लंबे समय से पार्टी की कार्यकर्ता रहे हैं और कई साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मोरबी भी गए थे, जब इसी तरह की एक घटना हुई थी।
Gujarat Elections 2022: साफ-सुथरी छवि वाले हैं कांतिलाल अमृतिया
अमृतिया 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार बृजेश मेरजा से मोरबी की सीट हार गए थे। 2020 में, मेरजा ने कांग्रेस छोड़ दी और सीट से बीजेपी विधायक के रूप में फिर से चुने गए। इस बार, हालांकि, पार्टी ने अमृतिया पर फिर से विश्वास जताया है। पार्टी को विश्वास है कि वह ऐसी स्थिति में सीट निकाल लेंगे।
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि अमृतिया की विधानसभा क्षेत्र में अच्छी और साफ-सुथरी छवि है और इसलिए उन्हें टिकट दिया गया।
मोरबी में उम्मीदवार बदलने का असर चुनाव पर पड़ेगा या नहीं, इस पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा, "यह एक प्राइवेट पुल था और सरकार ने तेजी से कार्रवाई की। लोगों की जान बचाने में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका रही। दूसरी पार्टियों के कार्यकर्ता भी कहीं नजर नहीं आए। प्रशासन ने लोगों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की।”
पार्टी ने जोर देकर कहा कि 30 अक्टूबर की पुल ढहने की घटना का मोरबी में उम्मीदवार बदलने के फैसले से कोई लेना-देना नहीं है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि मोरबी त्रासदी अब चुनावी मुद्दा नहीं है। बीजेपी ने गुरुवार को 160 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी की। इसमें कई युवाओं को चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है।