Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा कांग्रेस की पूर्व नेता किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी बुधवार (19 जून) को नई दिल्ली में अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गईं। किरण चौधरी और श्रुति चौधरी ने एक दिन पहले मंगलवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी की प्रदेश इकाई को निजी जागीर की तरह चलाया जा रहा है। उनका परोक्ष इशारा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर माना जा रहा है।
किरण चौधरी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की वधू हैं और भिवानी जिले की तोशाम विधानसभा से विधायक हैं। वहीं, श्रुति चौधरी कांग्रेस की हरियाणा इकाई की कार्यकारी अध्यक्ष थीं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री और हरियाणा से बीजेपी के वरिष्ठ नेता मनोहर लाल खट्टर, पार्टी महासचिव तरुण चुघ, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर पूर्व कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, "40 साल से मैं कांग्रेस की बहुत ही कर्मठ कार्यकर्ता थी। मैंने अपना जीवन कांग्रेस को दिया लेकिन कुछ सालों से मैं देखती आ रही हूं कि हरियाणा के अंदर ये पार्टी एक व्यक्ति पर केंद्रित हो गई, जो चाहते नहीं कि कांग्रेस आगे बढ़े... उनके चलते बड़े-बड़े नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी..."
चौधरी ने आगे कहा, "ये फैसला मैंने हमारे नेतृत्व और हमारे प्रधानमंत्री जिन्होंने विकसित भारत का संकल्प रखा है, उनसे प्रेरित होकर लिया... पीएम मोदी ने देशहित के जो कार्य किए हैं उसी के कारण तीसरी बार दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है..."
BJP में शामिल होने के बाद किरण चौधरी ने X ने लिखा, "नई शुरुआत..एक नया प्रभात... आज सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना हेतु उन्नत क्षेत्र व प्रदेश के उद्देश्य से अपने कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। हमारा वचन है कि चौधरी बंसीलाल जी के पदचिन्हों का अनुसरण करते हुए हरियाणा एवं क्षेत्रवासियों के हित में सदैव समर्पित रहेंगे।"
इस दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, "...मैं किरण चौधरी और श्रुति चौधरी का बहुत-बहुत स्वागत और धन्यवाद करता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के साथ मिलकर भाजपा एक परिवार की तरह हरियाणा को मजबूत करने का काम करेगी... आपका और आपके परिवार का जो अनुभव है उससे भाजपा और मजबूत होगी।"
अक्टूबर में होंगे विधानसभा चुनाव
हरियाणा में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। किरण चौधरी को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का चिर प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। किरण ने कांग्रेस अध्यक्ष को अपने पत्र में लिखा कि कांग्रेस की हरियाणा इकाई को 'निजी जागीर' के रूप में चलाया जा रहा है। वहीं, श्रुति चौधरी ने हुड्डा का स्पष्ट संदर्भ देते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश इकाई एक ऐसे व्यक्ति के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिसने अपने 'स्वार्थ' और 'तुच्छ हितों' के लिए पार्टी के हितों से समझौता कर लिया।
किरण चौधरी ने खरगे को त्यागपत्र में लिखा है, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी को निजी जागीर के रूप में चलाया जा रहा है, जिसमें मेरी जैसी ईमानदार आवाज के लिए कोई स्थान नहीं छोड़ा जा रहा है, जिन्हें अत्यंत सुनियोजित और व्यवस्थित तरीके से दबाया, अपमानित किया गया और मेरे विरूद्ध षड्यंत्र किया जा रहा है।"
किरण ने लिखा है, "इस प्रकार, हमारे लोगों का प्रतिनिधित्व करने और उन मूल्यों को बनाए रखने के मेरे परिश्रमी प्रयासों में महत्वपूर्ण बाधा उत्पन्न हो रही है, जिनके लिए मैं हमेशा खड़ी रही हूं।" वहीं, श्रुति ने अपने पत्र में कहा, "हरियाणा में कांग्रेस पार्टी दुर्भाग्य से एक व्यक्ति के इर्द गिर्द केंद्रित हो गई है, जिसने अपने स्वार्थ और तुच्छ हितों के लिए पार्टी के हितों से समझौता कर लिया। इसलिए, मेरे लिए आगे बढ़ने का समय आ गया है, ताकि मैं अपने लोगों के हितों और उन मूल्यों को कायम रख सकूं, जिनके लिए मैं खड़ी रही हूं।"
बताया जाता है कि किरण चौधरी हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में भिवानी-महेंद्रगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से श्रुति चौधरी को टिकट नहीं दिए जाने के साथ-साथ राज्य में पार्टी द्वारा टिकट बंटवारे को लेकर नाराज थीं। कांग्रेस ने हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से 9 पर चुनाव लड़ा था, जबकि कुरुक्षेत्र सीट पर 'इंडिया' गठबंधन के घटक दल आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। चुनावों में कांग्रेस और BJP ने पांच-पांच सीटें जीती थीं।