Jammu and Kashmir assembly elections 2024: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार (25 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 7 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी। AAP ने पुलवामा से फैयाज अहमद सोफी, राजपोरा से मुद्दसिर हसन, देवसर से शेख फिदा हुसैन, डूरू से मोहसिन शफकत मीर, डोडा से मेहराज दीन मलिक और डोडा पश्चिम से यासिर शफी मट्टो को चुनावी मैदान में उतारा है।
दिल्ली और पंजाब में सत्ताधारी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी जारी की है। AAP के 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान, पार्टी नेता मनीष सिसोदिया, दिल्ली की मंत्री आतिशी, संजय सिंह, गोपाल राय, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा आदि के नाम शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होगा। पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा चरण 25 सितंबर और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा। जबकि नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। कुल 90 विधानसभा सीटों में से पहले चरण में 24, दूसरे चरण में 26 और तीसरे चरण में 40 सीटों पर मतदान होगा।
उमर अब्दुल्ला ने महबूबा से की ये अपील
इस बीच, नेशनल कांफ्रेंस (NC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार (25 अगस्त) को दावा किया कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने उनकी पार्टी के घोषणापत्र की नकल की है। उन्होंने जम्मू कश्मीर की बेहतरी के लिए NC-कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ महबूबा मुफ्ती की पार्टी से प्रत्याशी नहीं उतारने को कहा। दरअसल, महबूबा ने एक दिन पहले कहा था कि कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को पीडीपी पूर्ण समर्थन देगी यदि यह गठबंधन उनकी पार्टी के एजेंडे को स्वीकार करता है तो वह चुनाव में सभी सीट इसके लिए छोड़ देंगी।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में नेकां कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, जहां कार्यकर्ता सईद मुस्तफा पार्टी में शामिल हुए। अब्दुल्ला ने कहा कि एनसी ने विधानसभा चुनाव के लिए एक व्यापक घोषणापत्र तैयार किया है, जिसकी अन्य दलों ने नकल की है। अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी ने सत्ता में आने पर 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है और उन्होंने (पीडीपी ने) भी कहा है कि वे 200 यूनिट बिजली देंगे।
उन्होंने कहा, "हमने कहा कि हम पहले साल में एक लाख सरकारी नौकरियां देंगे, उन्होंने इसे भी अपने घोषणापत्र में रखा है। हमने (नियंत्रण रेखा के पार) मार्गों को फिर से खोलने के बारे में बात की, यह उनके घोषणापत्र में भी है। हमने (पाकिस्तान से) बातचीत के दरवाजे खुले रखने की बात की और उन्होंने भी ऐसा कहा है। हमारे घोषणापत्र में जो कुछ भी है, हमारे सहयोगियों ने भी लगभग वही रखा है।" पीडीपी की पेशकश पर अब्दुल्ला ने कहा कि एनसी और पीडीपी के एजेंडे में ज्यादा अंतर नहीं है।