Jayalalithaa Death: अरुमुगासामी आयोग (Arumugasamy Commission) ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता (J Jayalalithaa) की मौत पर अपनी 608 पन्नों की रिपोर्ट जारी कर दी है। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पैनल केवल यही निष्कर्ष निकाल सकता है कि वीके शशिकला (VK Sasikala) दोषी हैं।
अपने निष्कर्षों के आधार पर, आयोग ने जयललिता की करीबी सहयोगी शशिकला, जयललिता के पर्सनल डॉक्टर और शशिकला के रिश्तेदार- डॉ शिवकुमार, पूर्व स्वास्थ्य सचिव राधाकृष्णन और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर को दोषी पाया है। साथ ही उनकी जांच का अनुरोध किया।
इस रिपोर्ट में जयललिता के भर्ती होने और अस्पताल में उन्हें क्या ट्रीटमेंट दिया गया था, इन सब पहलुओं पर ध्यान दिया गया था। जयललिता को 22 सितंबर 2016 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस रिपोर्ट पर अगस्त में कैबिनेट की बैठक में विस्तार से चर्चा की गई थी। दो दिन बाद जस्टिस ए अरुमुघस्वामी ने इसे मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को सौंप दिया था। आयोग की रिपोर्ट मंगलवार को तमिलनाडु विधानसभा के सामने पेश की गई।
जयललिता का निधन 5 दिसंबर 2016 को हुआ था। पिछली अन्नाद्रमुक सरकार ने अरुमुघस्वामी जांच आयोग बनाया था। इसने 22 नवंबर 2017 को इसकी सुनवाई शुरू की थी। पैनल प्रमुख मद्रास हाई कोर्ट के रिटायर जज हैं।
ए अरुमुघस्वामी आयोग ने कन्क्लूजन में कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री की विश्वासपात्र वी के शशिकला को ‘अपनी गलती माननी होगी और इस संबंध में जांच का आदेश दिया जाना है।’
2018 की पुलिस गोलीबारी की रिपोर्ट भी पेश
इसके अलावा सरकार ने राज्य के थूथुकुडी में 2018 की पुलिस गोलीबारी की जांच करने वाले जांच आयोग की रिपोर्ट भी विधानसभा में पेश की।
थूथुकुडी में 2018 की पुलिस गोलीबारी की जांच करने वाले जस्टिस अरुणा जगदीसन आयोग ने घटना के लिए पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है। घटना में 13 लोगों की मौत हुई थी।