लद्दाख के उपराज्यपाल बी डी मिश्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दावे और चीन के कब्जे वाली सैटेलाइट इमेज पर पलटवार किया। बी डी मिश्रा ने सोमवार को कहा कि भारत के रक्षा बल किसी भी दुस्साहस में शामिल किसी भी व्यक्ति को जवाब देने के लिए तैयार हैं। भारत की जमीन का एक इंच भी चीन के कब्जे में नहीं है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली सरकार वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ स्थिति के बारे में झूठ बोल रही है। उन्होंने यह भी कहा था कि चीन लद्दाख में जमीन के एक बड़े हिस्से पर कब्जा जमा रहा है।
राहुल गांधी ने किया था यह दावा
राहुल गांधी ने कहा था कि मैंने लद्दाख में एक हफ्ता बिताया। मैं पैंगोंग झील के ठीक सामने गया जहां चीनी सैनिक थे। लद्दाख के लोगों से मेरी लंबी बात-चीत हुई थी। यह शायद लद्दाख के बाहर के नेता की वहां के लोगों से सबसे लंबी बात-चीत थी। वहां के लोगों ने मुझे बताया कि चीनी लोगों ने भारत की जमीन ले ली है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम साफ तौर पर झूठ बोल रहे हैं कि चीनियों ने भारत की जमीन नहीं ली है।
बीडी मिश्रा ने राहुल के दावों को किया खारिज
हालांकि लद्दाख के उपराज्यपाल बीडी मिश्रा ने सोमवार को कहा कि चीन ने लद्दाख में एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं किया है। भारत का उसकी जमीन पर आखिरी इंच तक अधिकार है। उन्होंने आगे कहा कि मैं किसी के बयान पर टिप्पणी नहीं करूंगा। लेकिन मैं वही कहूंगा जो कि तथ्य है। मैंने यह खुद देखा है कि चीन ने एक भी वर्ग इंच जमीन पर कब्जा नहीं किया है। 1962 में जो कुछ भी हुआ, वह सारहीन है। लेकिन आज हम अपनी जमीन के आखिरी इंच तक पर काबिज हैं।
जम्मू में एक कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे मिश्रा
लद्दाख के उपराज्यपाल बीडी मिश्रा जम्मू में तीन दिवसीय नॉर्थ टेक संगोष्ठी में भाग ले रहे थे। इस कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे सशस्त्र बल किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं। पर भगवान ना करे कि अगर कुछ भी गलत होता है तो हमारी तरफ से भी करारा जवाब दिया जाएगा। इससे पहले अपने मानचित्र में चीन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपनी जमीन बताया था। जिसके बाद भारत और चीन के राजनयिक और सैन्य संबंध पहले से ज्यादा खराब हो गए हैं। वहीं कुछ कथित सैटेलाइट तस्वीरों में भी ऐसा देखने को मिला था कि चीन अक्साई चिन के हिस्से में बंकर बना रहा है। अक्साई चिन पर चीन ने साल 1962 की लड़ाई में कब्जा जमाया था।