महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सीधे हमले से एक नया विवाद शुरू हो गया। जलगांव में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी आशंका है कि अगले साल जनवरी में होने वाले राम मंदिर (Ram Temple inauguration in Ayodhya) उद्घाटन के बाद गोधरा कांड (Godhra Riots) जैसी घटना हो सकती है। सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा है अगले साल जनवरी में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए अयोध्या में काफी बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा होने वाली है। इस भीड़ की वापसी के दौरान गोधरा जैसे घटना हो सकती है।
राम मंदिर का उद्घाटन अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले जनवरी 2024 में होने की संभावना है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन के लिए 21 जनवरी से 24 जनवरी के बीच की संभावित तारीख तय की जा रही है। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
अयोध्या के प्रधान पुजारी ने दिया बयान
राम जन्मभूमि अयोध्या के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने सोमवार को न्यूज एजेंसी ANI से राम मंदिर के उद्घाटन पर कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से उनके आने की जब तक सूचना नहीं मिलती तब तक यह निश्चित नहीं है। उन्होंने कहा कि जितने भी उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा के कार्य हैं वह PMO और पीएम मोदी के आगमन पर निर्भर करता है। यहां पूरी व्यवस्था की जा रही है, जितने भी श्रद्धालु आएंगे उनके रहने और भोजन की पूरी व्यवस्था की जाएगी।
इसके साथ ही गोधरा जैसी घटना की आशंका पर उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होना है। उद्धव ठाकरे द्वारा ऐसी कल्पना करना बिल्कुल गलत, बचकाना और नासमझी है। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए। बाल ठाकरे की राम मंदिर के लिए जो भावना थी उसके विपरीत भावना उद्धव ठाकरे की हो गई है। क्योंकि वे कांग्रेस के साथ चले गए हैं, वे अब कांग्रेस वाली भाषा बोलने लगे हैं।
उद्धव ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद 'गोधरा जैसी' घटना हो सकती है। 10 सितंबर को जलगांव में एक चुनावी सभी के दौरान महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, "...आने वाले दिनों में राम मंदिर का उद्घाटन होगा...संभावना है कि उद्घाटन के लिए देशभर से कई हिंदुओं को बुलाया जाएगा। उद्घाटन समारोह खत्म होने के बाद लोगों के लौटने पर वे गोधरा कांड जैसा कुछ कर सकते हैं..।"
केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार
उद्धव ठाकरे के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को कहा कि कुछ लोग सत्ता के लालच में अपनी विचारधारा भूल गए हैं। ठाकुर ने कहा, "मुझे नहीं पता कि बालासाहेब (शिवसेना के दिवंगत संस्थापक और उद्धव ठाकरे के पिता) आज क्या सोचते और उद्धव जी सत्ता के लालच के लिए आज क्या कर रहे हैं। जब सनातन धर्म के बारे में कई सारी बातें कही जा रही है तो राहुल जी और उद्धव जी ने एक शब्द नहीं कहा।"
बता दें कि गुजरात के गोधरा स्टेशन पर 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस से अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों पर हमला किया गया था। उस डिब्बे में आग लगा दी गई थी, जिसमें कारसेवक सवार थे। इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई थी। इसके घटना के बाद पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क गए थे।
इससे पहले पिछले दिनों शिवसेना नेता संजय राउत ने भी दावा किया था कि ऐसी आशंका है कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर उद्घाटन के समय गोधरा ट्रेन अग्निकांड जैसी घटना हो सकती है। राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए यह आरोप भी लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) का एकल-सूत्री एजेंडा आम चुनाव से पहले देश में धार्मिक तनाव पैदा करना है।