Lok Sabha Elections 2024: बचपन में हम सभी ने गली क्रिकेट बहुत खेला है, शायद ही कोई है, जो इस खेल को न जानता, लेकिन इस गली क्रिकेट के नियम किसी इंटरनेशनल मैच से भी ज्यादा तगड़े होते थे, जैसे जिसका बल्ला है, उसे पहले बैटिंग करनी है, जिसकी बॉल है, वो पहले गेंद फेंकेगा। अब अगर ये नियम न माने जाएं, तो मैच खेले जाने से पहले ही रद्द। क्योंकि बैट और बॉल, जिसके होते थे, वो गुस्से में लेकर चला जाता था कि जाओ हम नहीं खेलते। मजेदार बात ये है कि हमारे देश के राजनीतिक गलियारे में इन दिनों गली क्रिकेट जैसा ही माहौल दिखने को मिल रहा है।
दरअसल हम बात कर रहे हैं विपक्ष के Indian National Developmental Inclusive Alliance यानि I.N.D.I.A. गुट की... I.N.D.I.A. गठबंधन का किला बनने से पहले ही ढहने लग रहा है, क्योंकि अभी इसकी नींव ही नहीं भर पा रही है और नींव तब भरेगी, जब इसमें ईंट और पत्थर डाले जाएंगे, लेकिन पत्थर डाले कौन?
आज दिनभर में की बड़े राजनीतिक घटनाक्रम पर एक नजर डालें, तो तीन राज्यों- पश्चिम बंगाल, पंजाब और बिहार में विपक्षी एकता को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। शुरुआत करते हैं, पश्चिम बंगाल से, जब बुधवार सुबह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान से जबरदस्त बवाल मच गया। ममता बनर्जी ने ऐलान कर दिया कि TMC लोकसभा चुनाव में अकेले ही मैदान में उतरेगी।
दीदी ने एकला चलो का नारा दे दिया
उन्होंने कहा कि हमने सीट शेयरिंग को लेकर कई सुझाव दिए, लेकिन वे सभी नकार दिए गए। इसलिए अब हमने पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना यह भी कहा कि वह पश्चिम बंगाल में यात्रा करने जा रहे हैं, इसकी जानकारी शिष्टाचार के नाते भी उनको नहीं दी गई। इस तरह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दीदी ने एकला चलो का नारा दे दिया।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी के साथ मेरी कोई चर्चा नहीं हुई। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि देश में क्या किया जाएगा, लेकिन हम एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी हैं और बंगाल में हैं। हम अकेले ही बीजेपी को हरा देंगे। मैं INDIA गठबंधन का हिस्सा हूं। राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है, लेकिन हमें इसके बारे में जानकारी तक नहीं दी गई।"
उधर कांग्रेस खेमे में खलबली मच गई, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ममता बनर्जी के बिना विपक्षी गठबंधन बन ही नहीं सकता है। उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी ने कहा कि हम बीजेपी को हराना चाहते हैं और हम बीजेपी को हराने के लिए कुछ भी करेंगे। राहुल गांधी ने साफ कहा कि ममता जी और TMC I.N.D.I.A. गठबंधन के बहुत मजबूत स्तंभ हैं। हम ममता जी के बिना I.N.D.I.A. गठबंधन की कल्पना नहीं कर सकते। I.N.D.I.A. गठबंधन पश्चिम बंगाल में गठबंधन की तरह लड़ेगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कई बार घोषणा की है कि सभी भारतीय गठबंधन दलों को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।"
AAP ने भी बढ़ा दी कांग्रेस की टेंशन
कांग्रेस जैसे तैसे डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर ही रही थी कि आग पंजाब में भी भड़क उठी। हुआ ये कि जब मीडिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री और AAP नेता भगवंत मान से ममता के रुख पर जवाब मांगा, तो रही सही कसर उन्होंने पूरी कर दी। मान ने कहा, पंजाब में भी हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे। कांग्रेस के साथ हमारा कोई संबंध नहीं है।
खबर तो ये भी है कि AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में अपनी पार्टी के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसमें राज्य की सभी 13 सीटों पर अकेले लड़ने की बात कही गई थी।
I.N.D.I.A. गठबंधन की टेंशन यहीं कम नहीं होने वाली है.. क्योंकि धुंआ तो बिहार में भी उठता दिख रहा है, जहां चर्चा है कि नीतीश कुमार एक बार पलटी मार सकते हैं। मुद्दा यहां भी लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग का ही है। बस यहां एक तरफ JDU है, तो दूसरी RJD।
खबर है कि लालू प्रासद यादव की RJD ने आम चुनाव के लिए बिहार में ज्यादा सीटें मांग लीं और तो और आरोप ये भी हैं कि पार्टी के सदस्य सरकार के हर फैसले पर असर डाल रहे हैं। इतना ही नहीं RJD ने अपनी स्थिति जानने के लिए राज्य की 40 लोकसभा सीटों पर सर्वे कराने के लिए एक एजेंसी भी हायर कर ली है।
दूसरी तरफ सत्ता में बैठी BJP ने इस सब पर कहा कि ममता बनर्जी का लोकसभा चुनाव 'अकेले लड़ने' का फैसला उनकी हताशा और विपक्षी दलों के 'इंडिया' गठबंधन के लिए 'मौत की घंटी' का संकेत है।