उत्तर प्रदेश में पांच चरणों, जबकि उत्तराखंड, पंजाब और गोवा में सभी चरणों के बाद अब मणिपुर में पहले फेज की आज वोटिंग हो रही है। दूसरे फेज की वोटिंग पांच मार्च को होगी। मणिपुर में कुल 60 विधान सभा सीटें हैं। पहले फेज में 38 और दूसरे फेज में 22 सीटों पर मतदान होगा। राज्य में कुल 265 उम्मीदवार मैदान में डटे हुए हैं। जिसमें पहले चरण में 173 उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं, इनमें 15 महिलाएं भी शामिल हैं।
इन 38 सीट में थोंगजु, आंद्रो, लमलाई, खुराई, कैराव, राजधानी इम्फाल, सेकमई, नमबोल, मौइरेंग, कुंभी और सैकुल आदि सीट शामिल हैं। मणिपुर के विधानसभा चुनाव में ड्रग्स तस्करी, आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पॉवर एक्ट (AFSPA), महिला सशक्तिकरण, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे अहम हैं और इन चुनावी मुद्दों को लेकर BJP और कांग्रेस आमने-सामने हैं।
BJP की ओर से पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जे पी नड्डा, असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा और त्रिपुरा के सीएम बिपल्ब कुमार देव ने मोर्चा संभाला है। वहीं कांग्रेस के लिए मणिपुर में प्रचार अभियान की कमान राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने संभाली है। मणिपुर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सुबह 9.30 मे तक 8.94 फीसदी मतदान हुआ। लोग बढ़-चढ़कर वोटिंग में हिस्सा ले रहे हैं। राज्य के सीएम और राज्यपाल ने भी मतदान किया। सूबे के राज्यपाल ला गणेशन ने कहा है कि मैं मणिपुर के सभी लोगों से अपील करता हूं कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें क्योंकि हमारे देश में लोकतंत्र प्रचलित है और लोकतंत्र की निशानी चुनाव है।
वहीं राज्य के सीएम एन. बीरेन सिंह ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र के 75 फीसदी लोग BJP और मुझे वोट देंगे। BJP पहले चरण में 38 में से कम से कम 30 सीटों की उम्मीद कर रही है।
BJP बिना गठबंधन के मैदान में
बता दें कि साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में मणिपुर की 60 सीटों में से 28 पर कांग्रेस और 21 पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत हासिल की थी। नेशनल पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) और नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) के चार-चार प्रत्याशी जीते थे। तीन अन्य सीटों में से एक-एक पर निर्दलीय, लोजपा और तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी जीते थे। हालांकि, बाद में कांग्रेस के कई विधायक BJP में शामिल हो गए। इसके साथ ही अन्य पार्टियों के सहयोग से BJP ने सरकार बनाई। कांग्रेस के पास अब 13 विधायक ही बचे हैं। इस बार BJP ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है और सभी 60 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है।
कांग्रेस ने किया 6 पार्टियों से गठबंधन
कांग्रेस ने 06 राजनीतिक दलों का गठबंधन बनाया है और इसे मणिपुर प्रगतिशील धर्मनिरपेक्ष गठबंधन (MPSA) नाम दिया है। MPSA गठबंधन सहयोगियों में कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), फॉरवर्ड ब्लॉक, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) और जनता दल (सेक्युलर) शामिल हैं।