मराठा आंदोलन बदल देगा महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा! आखिर कौन है इस पूरे मूवमेंट के पीछे?

दिल्ली में उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात के बाद इन अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। महाराष्ट्र में विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन दोनों के भीतर कुछ गुटों का मानना ​​है कि यह आंदोलन देवेंद्र फडणवीस के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती पैदा कर सकता है और यहां तक ​​कि उनके राजनीतिक करियर को भी खतरे में डाल सकता है

अपडेटेड Aug 15, 2024 पर 8:26 PM
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महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री दवेंद्र फडणवीस और मराठा आंदोलन का चेहरा मनोज जारांगे पाटिल

महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन का चेहरा मनोज जारांगे पाटिल ने ऐलान किया है कि आने वाले दिनों में आंदोलन और भी आक्रामक हो जाएगा। राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी पाटिल के सबसे बड़े टारगेट हैं। फडणवीस ने जारांगे पाटिल पर आंदोलन की आड़ में अपने विरोधियों के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप लगाते हुए सवाल उठाए हैं। राजनीतिक हलकों में ऐसी अटकलें हैं कि विपक्षी दल मराठा आरक्षण आंदोलन को तेज करने की रणनीति बना रहे हैं और उन्होंने पहले ही संसाधन जुटाना शुरू कर दिया है।

दिल्ली में उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी के बीच हुई मुलाकात के बाद इन अटकलों ने जोर पकड़ लिया है। महाराष्ट्र में विपक्ष और सत्तारूढ़ गठबंधन दोनों के भीतर कुछ गुटों का मानना ​​है कि यह आंदोलन देवेंद्र फडणवीस के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती पैदा कर सकता है और यहां तक ​​कि उनके राजनीतिक करियर को भी खतरे में डाल सकता है।

सबके निशाने पर क्यों हैं फडणवीस?


पिछले दिसंबर से ही मनोज जारांगे पाटिल, देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) पर निशाना साध रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि पाटिल को कई नेताओं का समर्थन हासिल है। ऐसी अफवाहें हैं कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का एक निजी सहयोगी पाटिल के सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में है।

ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ सूत्रों का दावा है कि शिंदे अपने सहयोगियों के जरिए मराठा आंदोलन के दौरान आत्महत्या करने वाले लोगों के परिवारों को तत्काल वित्तीय सहायता देकर सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस बीच, शिंदे और शरद पवार के बीच हालिया मुलाकातों से ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं कि शिंदे फडणवीस और बीजेपी को किनारे करने की योजना बना रहे हैं।

जिस तरह से फडणवीस सरकार बनाने के लिए उद्धव और पवार की पार्टियों से अलग हुए गुटों को एक साथ लाए, उसने उन्हें उद्धव ठाकरे और शरद पवार दोनों के लिए कांटा बना दिया है।

फडणवीस ने सवाल उठाया है कि मनोज जारांगे पाटिल केवल उन्हें ही निशाना क्यों बना रहे हैं? जबकि तीन दलों के नेता मौजूदा सरकार का हिस्सा हैं, फिर भी पाटिल उनके नाम का जिक्र तक नहीं करते हैं। इससे सत्ता के गलियारे में राजनीतिक साजिश रचने की आशंका पैदा हो गई है।

मनोज जारांगे पाटिल का सपोर्ट सिस्टम क्या है?

करीब छह महीने पहले महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में विपक्षी नेताओं के बीच मुलाकात चर्चा का विषय बनी थी। इन बैठकों में मराठा आरक्षण आंदोलन को गुप्त समर्थन देने की रणनीति तैयार की गई।

शरद पवार की पार्टी NCP के नेता और विधायक राजेश टोपे पर पहले ही मराठा आरक्षण आंदोलन को मदद पहुंचाने का आरोप लग चुका है। ऐसा कहा जाता है कि मनोज जारांगे पाटिल, राजेश टोपे की चीनी मिल के पास ही रहते हैं और आंदोलन के शुरुआती दिनों में, टोपे ने अपने मिल मजदूरों को पाटिल की सभाओं में शामिल होने के लिए छुट्टी भी दी थी। इन आरोपों पर टोपे की चुप्पी ने शक को और गहरा कर दिया है।

उस दौरान, शरद पवार के भरोसेमंद सहयोगी छगन भुजबल ने भी पवार और उनके पोते रोहित पवार पर जारांगे पाटिल को आंदोलन फिर से शुरू करने के लिए मनाने का आरोप लगाया था, क्योंकि वह अपने पहले विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई के बाद घर चले गए थे।

राजेश टोपे के करीबी सहयोगियों को मराठा आंदोलन की बैठकों के आयोजन और संसाधन उपलब्ध कराने में भी शामिल किया गया है। इस शक का एक प्रमुख कारण यह है कि NCP के एक पूर्व नेता, श्रीराम कुरानकर, मनोज जारांगे पाटिल के कार्यक्रमों की सभी व्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं।

चुनाव से पहले फडणवीस के लिए बढ़ती चुनौतियां!

शरद पवार और दूसरे विपक्षी नेताओं के संभावित समर्थन के साथ-साथ मनोज जारांगे पाटिल की ओर से देवेंद्र फडणवीस पर किए गए हमलों ने फडणवीस के लिए मुश्किलें पैदा कर दी हैं।

पाटिल ने खुलेआम फडणवीस पर मराठा आरक्षण मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया है, जिससे मराठा समुदाय के भीतर उनकी लोकप्रियता कम हो रही है।

इसके अलावा, एकनाथ शिंदे और शरद पवार के बीच बढ़ती नजदीकियों ने फडणवीस की राजनीतिक स्थिति को कमजोर कर दिया है। शिंदे और पवार के बीच गुप्त बैठकों से पता चलता है कि दोनों नेता फडणवीस को किनारे करने के लिए एकजुट हो सकते हैं।

MoneyControl News

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First Published: Aug 15, 2024 8:25 PM

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