Parliament Winter Session 2024: संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर 2024 से शुरू होगा और 20 दिसंबर तक चलेगा। सूत्रों ने शनिवार (2 नवंबर) को यह जानकारी दी। इस सत्र के दौरान 'संविधान सदन' (पुराना संसद भवन) के केंद्रीय कक्ष में एक विशेष संयुक्त बैठक आयोजित करने की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है। यहीं पर 1949 में संविधान पेश किया गया था। बाद में 26 जनवरी 1950 को इसे अधिनियमित किया गया।
दरअसल, 26 नवंबर को पहले राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था, लेकिन 2015 में मोदी सरकार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनकी 125वीं जयंती पर याद करते हुए इसे 'संविधान दिवस' के रूप में घोषित किया।
सूत्रों ने बताया कि संविधान की महत्ता को चिह्नित करने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से विस्तृत योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसमें डॉक्यूमेंट्री बनाना, संविधान सभा की बहसों का लगभग 2 दर्जन भाषाओं में अनुवाद करना और सार्वजनिक रैलियां आयोजित करना शामिल है।
IPC, CrPC और एविडेंस एक्ट को प्रतिस्थापित करने वाले तीन प्रमुख विधेयकों पर सत्र के दौरान विचार किए जाने की संभावना है। गृह संबंधी स्थायी समिति ने हाल ही में तीन रिपोर्टों को पहले ही स्वीकार कर लिया है। संसद में लंबित एक अन्य प्रमुख विधेयक मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित है।
मानसून सत्र में पेश किए गए इस विधेयक को विपक्ष और पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्तों के विरोध के बीच सरकार ने संसद के विशेष सत्र में पारित करने के लिए जोर नहीं दिया था, क्योंकि वह मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की स्थिति को कैबिनेट सचिव के बराबर लाना चाहती है। वर्तमान में उन्हें सुप्रीम कोर्ट के जजों का दर्जा प्राप्त है।
इससे पहले 18 से 22 सितंबर तक नए संसद भवन में प्रवेश करने के लिए संसद का 5 दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया था। विशेष सत्र में ऐतिहासिक क्षण देखने को मिले, जब नए संसद भवन में पहला सत्र आयोजित किया गया।
इसके अलावा महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) पारित किया गया। सांसदों ने संसद की 75 साल की यात्रा पर भी चर्चा में भाग लिया, जिसकी शुरुआत 9 दिसंबर 1946 को पहली बार हुई संविधान सभा से हुई।