Kashi Vishwanath Dham Corridor inauguration live updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने वाराणसी के मध्य में स्थित महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण कर इसे देश को समर्पित कर दिया। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री 14 दिसंबर तक वाराणसी के दौरे पर रहेंगे।
काल भैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना
वाराणसी पहुंचते ही पीएम मोदी सबसे पहले काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ आरती करके देश के लिए मंगलकामना की। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की।
गंगा में लगाई डुबकी
पीएम मोदी ने ललिता घाट पहुंचकर गंगा में डुबकी लगाई। पीएम मोदी वहां से गंगाजल लेकर काशी विश्वधाम गए और काशी विश्वनाथ परिसर में पूरे विधि-विधान से उन्होंने अनुष्ठान किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर राष्ट्र को समर्पित कर दिया।
इस विशाल परियोजना से वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि मोदी लगभग एक बजे मंदिर जाएंगे और लगभग 339 करोड़ रुपये की लागत से बने श्री काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे।
चुनाव से ठीक पहले हो रहा है उद्घाटन
प्रतिष्ठित दशाश्वमेध घाट के पास ऐतिहासिक काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के अत्याधुनिक ढांचे का उद्घाटन अगले साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों से पहले होने वाला है। पत्थरों और अन्य सामग्री के साथ पारंपरिक शिल्प कौशल का उपयोग कर प्रवेश द्वार और अन्य संरचनाएं बनाई गई हैं।
बयान में कहा गया है कि भगवान शिव के तीर्थयात्रियों और भक्तों की सुविधा के लिए लंबे समय से पीएम मोदी का एक दृष्टिकोण था। इसमें कहा गया है कि इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, श्री काशी विश्वनाथ धाम को गंगा नदी के किनारे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को जोड़ने के लिए आसानी से सुलभ मार्ग बनाने के वास्ते एक परियोजना के रूप में अवधारणा की गई थी।
पीएम मोदी लगातार प्रोजेक्ट का लेते रहे अपडेट
इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने परियोजना के सभी चरणों में गहरी और सक्रिय रुचि ली। बयान में कहा गया है कि उनके द्वारा नियमित ब्रीफिंग, समीक्षा और निगरानी की जाती थी क्योंकि उन्होंने परियोजना को बेहतर बनाने और दिव्यांगों सहित तीर्थयात्रियों के लिए इसे और अधिक सुलभ बनाने के लिए लगातार सुझाव और विचार दिए थे।
साल 2014 से पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र रहे शहर में विशेष रूप से गोदौलिया चौक और उसके आसपास मंदिर की ओर जाने वाली सड़कों को ‘दिव्य काशी, भव्य काशी’ के नाम से हो रहे विशाल कार्यक्रम से पहले सजाया गया है।
BJP शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और कार्यक्रम में लेंगे हिस्सा
भारतीय जनता पार्टी (bjp) के वरिष्ठ नेताओं ने पहले घोषणा की थी कि ‘‘काशी विश्वनाथ धाम’’ (काशी विश्वनाथ कॉरिडोर) के उद्घाटन के बाद वाराणसी एक महीने तक सांस्कृतिक कार्यक्रम की मेजबानी करेगा और बीजेपी शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में भाग लेंगे, जिसका देश भर में 51,000 से अधिक स्थानों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।
क्या है पीएम मोदी का पूरा कार्यक्रम?
बीजपी पदाधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री दो दिन वाराणसी में ठहरने वाले हैं। पहले दिन वह सबसे पहले बाबा काल भैरव का दर्शन-पूजन करने के बाद ललिता घाट पहुचेंगे, वहां से बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे। कार्यक्रम के बाद वह सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के साथ गंगा आरती में शरीक होंगे।
उन्होंने बताया कि अपने प्रवास के दूसरे दिन प्रधानमंत्री देशभर से आए मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे। उसके बाद प्रधानमंत्री वाराणसी के उमरहा स्थित स्वर्वेद मंदिर के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में भाग लेंगे। यहां प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे।
परियोजना को लेकर विभिन्न विशेषज्ञों ने आलोचना भी की थी, क्योंकि गलियारे के लिए बड़ी संख्या में पुरानी इमारतों को ध्वस्त कर दिया गया था। दिसंबर की शुरुआत में परियोजना के वास्तुकार बिमल पटेल ने कहा था कि स्थल को विकसित करते समय मंदिर की मूल संरचना के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई, इस क्षेत्र को सुशोभित करने के अलावा, पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाया गया है।