पंजाब पुलिस ने गुरुवार को कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira Arrested) को चंडीगढ़ में उनके बंगले पर छापेमारी के बाद ड्रग्स से जुड़े एक पुराने मामले में गिरफ्तार कर लिया। जलालाबाद पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट के तहत उनके खिलाफ दर्ज एक पुराने मामले के सिलसिले में सुबह-सुबह खैरा के सेक्टर 5 आवास पर छापा मारा। विधायक के परिवार के एक सदस्य ने फेसबुक पर लाइव आकर दिखाया कि पंजाब पुलिस की एक टीम खैरा को पकड़ने के लिए उनके आवास पर पहुंची है।
वीडियो में खैरा पुलिस टीम के साथ बहस करते और गिरफ्तारी वारंट दिखाने को कह रहे हैं। साथ ही कांग्रेस विधायक को अपनी गिरफ्तारी का कारण पूछते हुए सुना जा सकता है। विधायक छापेमारी करने वाले टीम में शामिल पुलिस अधिकारियों से उनकी पहचान भी पूछते नजर आ रहे हैं।
जब खैरा ने पुलिस टीम से पूछा कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है तो एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें फाजिल्का के जलालाबाद ले जाया जा रहा है। भगवंत मान सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि उन्हें फर्जी मामले में पकड़ा जा रहा है और राज्य में जंगल राज चल रहा है।
ड्रग्स से जुड़ा यह मामला मार्च 2015 में फाजिल्का के जलालाबाद में दर्ज किया गया था। इसमें 9 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे। बाद में उन्हें NDPS एक्ट के तहत दोषी ठहराया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में खैरा के खिलाफ निचली अदालत की कार्यवाही पर रोक लगा दी थी, जिसे मामले में अतिरिक्त आरोपी के तौर पर तलब किया गया था।
खैरा पंजाब के भोलाथ निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस विधायक और अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने गिरफ्तारी की निंदा की है। खैरा की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की आलोचना की।